प्रभावशाली गीत “दिस इज़ मी(This Is Me)” द ग्रेटेस्ट शोमैन में चित्रित एक अविश्वसनीय शो ट्यून है जो पी. टी. बर्मुम के जीवन और उसके चलते-फिरते सर्कस पर आधारित संगीतमय फिल्म है l फिल्म के गीत जिन्हें फिल्म में पात्रों ने गया सामजिक मानदंडों पर विफल होने के कारण मौखिक तानों और दुर्व्यवहार को सहा, जो शब्दों को विनाशकारी गोलियों और चाकुओं के रूप में वर्णन करते हैं जो दाग़ छोड़ जाते हैं l 

गीत की लोकप्रियता इस बात की ओर इशारा करती है कि कितने लोग अदृश्य, किन्तु वास्तविक, घावों को झेलते हैं जो शब्दों के अस्त्रों के रूप में उपयोग द्वारा पैदा होते हैं l

याकूब ने हमारे शब्दों के संभावित खतरे को विनाशकारी और लम्बे समय तक चलनेवाले नुकसान का कारण समझते हुए, जीभ को “एक ऐसी बला” बताया “जो कभी रूकती ही नहीं, [और] प्राण नाशक विष से भरी हुयी है” (3:8) l आश्चर्यजनक मजबूत तुलना करके, याकूब ने विश्वासियों को अपने शब्दों की विशाल शक्ति को पहचानने की तत्काल आवश्यकता पर ज़ोर दिया l इससे भी अधिक, उसने एक सांस द्वारा परमेश्वर की स्तुति करने और उसके बाद दूसरे के द्वारा परमेश्वर की छवि में सृष्ट लोगों को घायल करने की असंगति पर प्रकाश डाला (पद.9-10) l

गीत “दिस इज़ मी(This Is Me)” इसी तरह मौखिक हमलों के सत्य को चुनौती देते हुए बल देता है कि हम सब महान हैं – एक सच्चाई बाइबल जिसकी पुष्टि करती है l बाइबल हर एक मनुष्य की अद्वितीय गरिमा और खूबसूरती को स्थापित करती है, बाहरी दिखावे या किसी भी चीज़ के कारण नहीं जो हमने किया है, बल्कि इसलिए कि हममें से हर एक परमेश्वर द्वारा खूबसूरती से अभिकल्पित हैं  – उसकी अनोखी कृतियाँ (भजन 139:14) l और एक दूसरे के लिए और एक दूसरे के विषय हमारे शब्दों में उस वास्तविकता को फिर से मजबूत करने की शक्ति है l