टॉम और मार्क की सेवा जीवनों को तरोताज़ा करती है l वीडियों में यह स्पष्ट है कि एक खुले स्नानघर में पूरे कपड़े पहने हुए बच्चों का एक समूह हँस और नाच रहा है – उनके लिए यह पहली बार हुआ है l ये लोग हैती(Haiti) देश में स्थानीय कलीसियाओं के साथ मिलकर कुओं में छनाई/निस्यन्दन(filtration) प्रणाली इनस्टॉल करके, दूषित जल से जुड़ी बीमारियों को रोककर जीवनों को आसान बनाते और बढ़ाते हैं l स्वच्छ, ताजे जल तक पहुँच लोगों को उनके भविष्य के लिए आशा देता है l

यीशु ने यूहन्ना 4 में “जीवन जल” का सन्दर्भ देकर तरोताजगी के निरंतर श्रोत के समान विचार को पकड़ लेने का उल्लेख किया l थके और प्यासे यीशु ने एक सामरी स्त्री से पीने के लिए जल माँगा (पद.4-8) l इस अनुरोध के कारण एक संवाद आरम्भ हुआ, जिसमें यीशु ने स्त्री को “जीवन जल” (पद.9-15) की पेशकश की – जल जो उसके जीवन और आशा का श्रोत बन जाएगा, जैसे “अनंत जीवन के लिए उमड़ता रहेगा” (पद.14) l

हमें पता चलता है कि यह जीवन जल बाद में यूहन्ना में क्या है जब यीशु ने कहा, “यदि कोई प्यासा हो तो मेरे पास आए और पीए,” यह घोषणा करते हुए कि जो कोई भी उस पर विश्वास करता है, उसके पास “जीवन के जल की नदियाँ ]बहेंगी) l” उसने यह वचन पवित्र आत्मा के विषय में कहा” (पद.37-39) l    

आत्मा के द्वारा, विश्वासी मसीह में एक किये जाते हैं और असीम सामर्थ्य, आशा और परमेश्वर में पाए जाने वाले आनंद तक उनकी पहुँच होती है l जीवन जल की तरह, पवित्र आत्मा विश्वासियों के भीतर रहते हुए, हमें ताज़ा और नवीनीकृत करता है l