बच्चों के लिए कपड़े की दूकान पर, उत्साहित बच्चों ने कृतज्ञतापूर्वक अपने पसंदीदा रंगों और उचित साइज़ के कपड़े ढूँढने लगे l उन्होंने आत्म-सम्मान प्राप्त किया, आयोजक ने कहा, नए कपड़ों के साथ जिससे उनके मित्रों द्वारा उनकी स्वीकृति बढ़ रही थी,: उन्होंने  ठन्डे मौसम में गर्मी प्रदान की l 

प्रेरित पौलुस को भी एक बागा(cloak) की ज़रूरत थी, जब उसने तीमुथियुस को लिखा, “जो बागा मैं त्रोआस में करपुस के यहाँ छोड़ आया हूँ, जब तू आए तो उसे . . . लेते आना” ((2 तीमुथियुस 4:13) l एक ठन्डे रोमी जेल में, पौलुस को गर्मी की ज़रूरत थी, लेकिन साथ ही साथ संगति भी l “किसी ने भी मेरा साथ नहीं दिया, वरन् सब ने मुझे छोड़ दिया था” उसने शोक प्रगट किया, जब उसने एक रोमी न्यायी का सामना किया (पद.16) l हमारे हृदय इस महान मिशनरी के सच्चे दर्द से छिद गये l 

फिरभी पौलुस के आखिरी लिखी पत्री के इन अंतिम शब्दों में – एक आश्चर्जनक सेवा के बाद उसके विचार – वह दया से प्रशंसा की ओर बढ़ता है l परन्तु प्रभु मेरा सहायक रहा,” वह जोड़ता है, और उसके शब्द हमारे दिलों को समेट देते हैं l जिस प्रकार पौलुस ने घोषणा की, “[परमेश्वर ने] मुझे सामर्थ्य दी, ताकि मेरे द्वारा पूरा पूरा प्रचार हो और सब अन्यजातीय सुन लें l मैं सिंह के मुँह से बचाया गया” (पद.17) l 

यदि आप संकट का सामना कर रहे हैं, गर्माहट के लिए सही कपड़ों की कमी या करीबी दोस्तों की मदद की कमी महसूस कर रहे हैं, तो परमेश्वर को स्मरण करें l वह फिर से सजीव करने, प्रबंध करने और छुड़ाने में विश्वासयोग्य है l क्यों? उसकी महिमा के लिए और उसके राज्य में हमारे उद्देश्य के लिए l