2019 में, दुनिया भर के कला प्रदर्शनियों ने लियोनार्डो डा विन्ची(Leonardo da Vinchi) का 500वाँ वर्षगाँठ मनाया l जबकि उनके कई चित्रों और वैज्ञानिक खोजों का प्रदर्शन किया गया था, सार्जनिक रूप से द लास्ट सपर(The Last Supper) सहित केवल पांच सौ पेंटिंग्स के लिए ही डा विन्ची को श्रेय दिया गया l

यह जटिल भित्ति-चित्र यूहन्ना के सुसमाचार में वर्णित अंतिम भोज को दर्शाता है जो यीशु ने  अपने शिष्यों के साथ खाया l पेंटिंग यीशु के कथन पर शिष्यों के भ्रम को अधिकार में लेती है, “तुम में से एक मुझे पकड़वाएगा” (यूहन्ना 13:21) l हैरान, शिष्यों ने चर्चा की कि विश्वासघात करने वाला कौन हो सकता है – जबकि यहूदा चुपचाप रात में अपने शिक्षक और मित्र के ठिकाने के विषय अधिकारियों को सचेत करने के लिए बाहर चला गया l

धोखा दिया l यहूदा के विशवासघात का दर्द यीशु के शब्दों में स्पष्ट है, “जो मेरी रोटी खाता है, उसने मुझ पर लात उठाई” (पद.18) l एक निकट मित्र जो भोजन को साझा करता था ने इस सम्बन्ध का उपयोग यीशु को हानि पहुँचाने के लिए किया l 

हममें से प्रत्येक ने एक मित्र के विश्वासघात का अनुभव किया है l हम इस तरह के दर्द का जबाब कैसे दे सकते हैं? भजन 41:9, जिसका उपयोग यीशु ने साझा भोजन (यूहन्ना 13:18) के समय विश्वासघात करनेवाले की उपस्थिति को इंगित करने के लिए उद्धृत किया था, आशा प्रदान करता है l दाऊद ने एक करीबी दोस्त के छल पर अपनी पीड़ा व्यक्त करने के बाद, उसने परमेश्वर के प्यार और उपस्थिति में ढाढ़स प्राप्त किया जो उसे हमेशा परमेश्वर की उपस्थिति में बनाए रखनेवाला था और उसे स्थापित करने वाला था (भजन 41:11-12) l 

जब मित्र निरास करते हैं, तो हम परमेश्वर के निरंतर प्यार को जानकार आराम पा सकते हैं और उनकी सशक्त उपस्थिति हमारे साथ होगी जो हमें सबसे विनाशकारी दर्द को भी सहन करने में मदद करेगी l