एक समुद्रीय जीवविज्ञानी तैर रही थी, जब 50,000 पौंड की व्हेल अचानक दिखाई दी और उसे अपने मीनपक्ष(fin) में छिपा लिया l महिला को लगा कि उसकी ज़िन्दगी ख़त्म हो गयी है l लेकिन हलकों(circle) में धीरे-धीरे तैरने के बाद, व्हेल ने उसे जाने दिया l यह तब जब जीवविज्ञानी ने एक शार्क को वह क्षेत्र छोड़ते देखा l महिला का मानना है कि व्हेल उसकी रक्षा कर रही थी – उसे खतरे से बचाकर l

खतरे के संसार में, हमें दूसरों की देखभाल करने के लिए बुलाया जाता है l लेकिन आप अपने आप से पूछ सकते हैं, क्या मुझे वास्तव में किसी और के लिए जिम्मेदार होने की उम्मीद करनी चाहिये? या कैन के शब्दों में : “क्या मैं अपने भाई का रखवाला हूँ?” (उत्पत्ति 4:9) l पुराने नियम का बाकी हिस्सा गरजनेवाली प्रतिक्रिया के साथ गूंज उठता है : हाँ! जैसे आदम को बगीचे की देखभाल करनी थी, वैसे ही कैन को हाबिल की देखभाल करनी थी l इस्राएल को कमज़ोर लोगों और ज़रुरतमंदों की देखभाल करनी थी l फिर भी उन्होंने विपरीत काम किया – लोगों का शोषण किया, गरीबों पर अत्याचार किया, और अपने पड़ोसियों से अपने समान प्रेम करने के आह्वान को त्याग दिया (यशायाह 3:14-15) l

फिर भी, कैन और हाबिल की कहानी में, परमेश्वर कैन को दूर भेज दिये जाने के बाद भी उस पर नज़र रखना जारी रखा (उत्पत्ति 4:15-16) l परमेश्वर ने कैन के लिए जो किया वह कैन को हाबिल के लिए करना चाहिये था l यह यीशु में परमेश्वर का एक सुन्दर पूर्वाभास है जो वह हमारे लिए करने वाला था l यीशु हमें अपने देखभाल में रखता है, और वह हमें जाकर दूसरों के लिए उसी तरह करने में समर्थ बनाता है l