पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल को मनाया जानेवाला एक वार्षिक आयोजन है। हाल के वर्षों में, लगभग 200 देशों में एक अरब से अधिक लोगों ने शैक्षिक और सेवा गतिविधियों में हिस्सा लिया है l प्रति वर्ष, पृथ्वी दिवस हमारे अद्भुत ग्रह की देखभाल के महत्व की ताकीद है l परंतु पर्यावरण की देखभाल के लिए अधिदेश इस वार्षिक आयोजन से कहीं अधिक पुरानी है─यह पूरी तरह से पृथ्वी की सृष्टि तक जाती है l 

उत्पत्ति में, हम सीखते हैं कि परमेश्वर ने सारी सृष्टि को रचा और पृथ्वी को मनुष्यों के रहने के लिए बनाया l उसने न केवल पर्वतों के शिखर और हरे मैदान बनाए, परमेश्वर ने अदन का बगीचा भी बनाया, एक सुंदर स्थान जो वहां रहनेवालों के लिए भोजन, आश्रय, और सुन्दरता प्रदान करता था (उत्पत्ति 2:8-9)।

जीवन के श्वास को अपनी सबसे महत्वपूर्ण रचना, मानव में, फूंखने के बाद, परमेश्वर ने उन्हें इस बगीचे में रख दिया (पद. 8, 22) और उन्हें “उसमें काम [करने] और उसकी रक्षा [करने]”  की जिम्मेदारी दी (पद.15)। आदम और हव्वा को बाग से निकाल दिये जाने के बाद, परमेश्वर की सृष्टि की देखभाल और कठिन हो गई (3:17-19 ), परंतु आज के दिन तक परमेश्वर खुद ही हमारे इस ग्रह की और उसके प्राणियों की देखभाल करता है (भजन संहिता 65:9-3) और हमसे भी ऐसा ही करने को कहता है (नीतिवचन 12:10)।

चाहे हम घनी आबादी वाले शहरों में या फिर ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं, परमेश्वर ने जो क्षेत्र हमें सौंपे हैं हम सभी के पास उनकी देखभाल करने के तरीके हैं l और जब हम पृथ्वी की देखभाल करते हैं, तो यह इस सुंदर ग्रह के लिए हमारा उसको आभार व्यक्त करना हो।