पढ़ें: 1 राजा 19:1-21
फिर भूंईडोल के बाद आग दिखाई दी, तौभी यहोवा उस आग में न था; फिर आग के बाद एक दबा हुआ धीमा शब्द सुनाई दिया। (पद 12)
सात वर्षों तक मैं पूरे समय अपने बच्चों के साथ थी। जबकि मैं स्वतंत्र रूप से (फ्रीलेंस) काम करके कुछ कमा लेती थी। मुझे उस लचीलेपन और दैनिक कार्यों में आनंद आता था। मैं अपने घर की अच्छे से सफाई कर पाती थी। खाना समय पर परोस दिया जाता था, और मुझे गोद भराई के आयोजन और दूसरों को आशीर्वाद देने के तरीकों में मुझे आनंद आता था। जब मैं फिर से अपने पूरे समय काम करने के लिए लौटी, मेरी सामान्य स्थिति बदल गई और मुझे अपनी अपेक्षाओं से अलग हटना पड़ा।
भजन संहिता 1:1-3 बताता है, “क्या ही धन्य है वह … परंतु वह तो यहोवा की व्यवस्था से प्रसन्न रहता; … वह उस वृक्ष के समान है, जो बहती नालियों के किनारे लगाया गया है। और अपनी ऋतु में फलता है, और जिसके पत्ते कभी मुरझाते नहीं। इसलिए जो कुछ वह पुरुष करे वह सफल होता है।” सच्चाई यह है कि प्रत्येक ऋतु सदा ही एक सी नहीं होती है, न ही एक सी महसूस की जा सकती है — और जबकि यह सच है कि यीशु में विश्वासी विभिन्न परिस्थितियों में संतुष्ट रहना सीख सकते हैं (फिलिप्पियों 4:11-12), कुछ ऋतुओं या समय में अधिक समायोजन की आवश्यकता होती है।
1 राजा 18:1-46 में हम देखते हैं कि परमेश्वर एलिय्याह के द्वारा कैसे अद्भुत काम करता है, यहाँ तक कि वह कमर बांधकर अहाब के रथ से भी आगे दौड़ता चला गया (पद 46)। कुछ ही समय बाद वही भविष्यद्व्क्ता अपने जीवन के लिए डरने लगा, और परमेश्वर की योजना को समझने के लिए जूझता रहा, और जंगल में शरण ढूंडता रहा। (19:3-4) वह उन चुनौतियों का कारण जानने के लिए संघर्ष करता रहा, जिनका वह सामना कर रहा था।
हम भी इसी प्रकार से कई बार महसूस करते हैं। मौसम अचानक बदल जाते हैं, और हमें कुछ समझ नहीं आता है। एलिय्याह के लिए उत्तर तब आया जब उसने परमेश्वर की उपस्थिती को न वायु में, न भूईडोल में, न आग में, पर “धीमी फुसफुसाहट में” पाई (19:11-12)। परमेश्वर का प्रगट होना इस बात की याद दिलाता है कि पवित्र आत्मा हमारे अंदर जीवित है। और परमेश्वर हमें निमंत्रित करता है कि हम उसकी उपस्थिती से अपने आप को ढाँप लें और उसके उद्देश्यों पर विश्वास करें।
– रेजीना फ्रेंकलिन
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पढ़ें सभोपदेशक 3:1-11 और कम् से कम दो ऐसे अवसर सोचें (अपने या किसी और के जीवन में) जब परमेश्वर ने आपके लिए वह अवसर “अपने समय में” सुंदर बनाया हो।
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आप अभी किस मौसम या समय में हैं और आपको किन समायोजनों की जरूरत है? आप किस प्रकार परमेश्वर की उपस्थिती में विश्राम या शांति पा सकते हैं?