इसलिये चाहिये कि तुम सिद्ध बनो, जैसा तुम्हारा स्वर्गीय पिता सिद्ध है। मत्ती 5:48
इन पदों में हमारे प्रभु द्वारा प्रोत्साहन के लिए दिए गए शब्द हमारे जीवन में प्रत्येक मनुष्य के लिए बहुतायत से होने चाहिए। आत्मिक जीवन में आदतन हमें बहुत ही सावधानी से चलना है। सभी लोगों की कोई ना कोई आदत विशेष होती है जैसे हम कुछ लोगो को पसंद करते है और कुछ को नहीं । हमारे मसीह की जीवन में यह पसंद और नापसंद की आदत सोच का आधार नहीं होनी चाहिए। यदि आप प्रकाश में चलेंगे ऐसा परमेश्वर प्रकाश है तो परमेश्वर आपकी अगवाई करेगा कि इन लोगों में आपके जैसी समानता है।
इस विषय परमेश्वर जो उदाहरण देता है वह किसी अच्छे व्यक्ति या फिर एक मसीह का नहीं होता परंतु वह तो स्वयं को उदाहरण स्वरूप दिखाता है। ” तुम भी पवित्र बनो जैसा कि तुम्हारा स्वर्गीय पिता पवित्र है“ किसी अन्य व्यक्ति को वही दिखाएं जो परमेश्वर ने तुम्हें दिखाया है। परमेश्वर आपको बहुत से अवसर उपलब्ध कराएंगे, जहां पर आप यह स्थापित कर पाएंगे कि हम वैसे ही सिद्ध है जैसा हमारा स्वर्गीय पिता सिद्ध है। परमेश्वर के चेले होने का अर्थ यही है कि हम स्वेच्छा से अन्य लोगों में परमेश्वर की रुचि का एहसास रखेंगे।“तुम भी एक दूसरे से वैसे ही प्रेम करो जैसे मैंने तुमसे किया है।”
मसीही जीवन अच्छा करने से प्रमाणित नहीं होता परंतु पिता की इच्छा पूरी करने से होता है। यदि परमेश्वर की आत्मा ने आपको भीतर से बदल डाला है तो आप ईश्वर चरित्र का प्रकृति करण करेंगे ना कि मात्र एक अच्छे मानव के चरित्र का। हममें परमेश्वर का जीवन परमेश्वर के जीवन को व्यक्त करता है ना कि मनुष्य के जीवन द्वारा हम ईश्वर चरित्र को प्रकट करते हैं। मसीही जीवन की गुणवत्ता द्वारा परमेश्वर की दया के अनुसार अलौकिक को लौकिक बना देना है। जिसका प्रकटिकरण परमेश्वर के साथ वार्तालाप के समय नहीं परंतु प्रायोगिक जीवन में जीते हुए किया जाता है। जब हम परेशान कर देने वाली परिस्थितियों का सामना करते हुए हम बड़ी ही अद्भुत रीती से देखने पाते हैं कि परेशानी के मध्य शांति बनाए रखने की क्षमता परमेश्वर ने हमें दी।
-ओसवाल्ड चैंबर्स से ज्ञान
विचार
प्राकृतिक रूप से जिस प्रकार हमारा हृदय निराशा से भरता है उस रफ्तार से हमारे शारीर में कोई कमज़ोरी नहीं आती-शारीरिक गिरावट, मैत्रिक संबंधों , संस्थानात्मक में गिरावट। यह सभी चीजें मनुष्य के आशा को तोड़ देती है परंतु पौलुस कहता है जब हम यीशु पर भरोसा करते हैं यह चीजें हमें निरूत्साहित ना करने पाएंगी परंतु इनसे होती हुई ज्योति हम प्राप्त करेंगे।
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