मेरी तरह, आप शायद जानते होंगे कि कब आपको कुछ ऐसे घाव मिले जिनके निशान रह गए। मेरी कलाई पर एक छोटी सी घाव उस दिन की याद दिलाती है, जब एक साथी मिडिल-स्कूल बैंड सदस्य ने अपनी जल्दी में मुझे धकेल दिया था। मेरी कोहनी पर एक और घाव उस समय की है जब एक ड्राइवर ने ब्रेक के बजाय गैस पेडल को दबा दिया और हमारी वैन में टकराई। और तीसरा एक सर्जरी से है।

शायद आपको भी बीमारी, हानि या मृत्यु के दर्द से मानसिक और भावनात्मक घाव हुए हों। अद्भुत, चंगा करने वाली खबर यह है कि, जैसा कि कास्टिंग क्राउन का गीत “द ओनली स्कार्स इन हेवन” पुष्टि करता है, स्वर्ग में एकमात्र घाव यीशु के होंगे। उस स्थान पर, हम टूटे या घायल नहीं होंगे। हमें संदेह, भय, मानसिक पीड़ा या शारीरिक पीड़ा से मुक्त जीवन की आशा है। हम यीशु के साथ रहेंगे, नये बनाये जायेंगे (प्रकाशितवाक्य 21:4)।

यीशु की मृत्यु और पुनरुत्थान के बाद, वह अपने शिष्यों के सामने प्रकट हुए और उन्हें अपने हाथों और बाजू पर घाव दिखाए (यूहन्ना 20:20)। थोमा वहां नहीं था, इसलिए उसे इस खबर पर संदेह हुआ (पद 25)। यीशु लौटे और उससे कहा कि अपना हाथ लाकर मेरे पंजर में डाल, और अविश्वासी नहीं परन्तु विश्वासी हो” (पद 27)। उसका संदेह दूर हो गया, थोमा ने जवाब दिया, “हे मेरे प्रभु, हे मेरे परमेश्वर!” (पद 28).

यीशु हमारे पापों को दूर करने के लिए मरे। उसके घाव उसे उस मेमने के रूप में पहचानते हैं जो हमारे लिए मारा गया था! (प्रकाशितवाक्य 5:6) । हम विश्वास कर सकते हैं और आनन्दित हो सकते हैं और आशा से भर सकते हैं, क्योंकि एक दिन वह हमें अपने कीलों से जख्मी हाथों में पकड़ लेगा।

-एलिसन किडा

आप अभी भी कौन से भावनात्मक या मानसिक घाव सहते हैं? आपने यीशु के माध्यम से चंगाई का अनुभव कैसे किया है?

प्रिय यीशु, मेरे लिए जख्मी होने के लिए धन्यवाद। आप में आनन्दित होने में मेरी सहायता करें।

यूहन्ना 20:19-29

19 उसी दिन जो सप्ताह, का पहला दिन था, सन्ध्या के समय जब वहाँ के द्वार जहाँ चेले थे, यहूदियों के डर के मारे बन्द थे, तब यीशु आया और उनके बीच में खड़ा होकर उनसे कहा, “तुम्हें शान्ति मिले।”
20 और यह कहकर उसने अपना हाथ और अपना पंजर उनको दिखाए। तब चेले प्रभु को देखकर आनन्दित हुए।
21 यीशु ने फिर उनसे कहा, “तुम्हें शान्ति मिले; जैसे पिता ने मुझे भेजा है, वैसे ही मैं भी तुम्हें भेजता हूँ।”
22 यह कहकर उसने उन पर फूँका और उनसे कहा, “पवित्र आत्मा लो।
23 जिनके पाप तुम क्षमा करो, वे उनके लिये क्षमा किए गए हैं; जिनके तुम रखो, वे रखे गए हैं।”
24 परन्तु बारहों में से एक, अर्थात् थोमा जो दिदुमुस कहलाता है, जब यीशु आया तो उनके साथ न था।
25 जब अन्य चेले उससे कहने लगे, “हम ने प्रभु को देखा है,” तब उसने उनसे कहा, “जब तक मैं उसके हाथों में कीलों के छेद न देख लूँ, और कीलों के छेदों में अपनी उँगली न डाल लूँ, और उसके पंजर में अपना हाथ न डाल लूँ, तब तक मैं विश्वास नहीं करूँगा।”
26 आठ दिन के बाद उसके चेले फिर घर के भीतर थे, और थोमा उनके साथ था; और द्वार बन्द थे, तब यीशु आया और उनके बीच में खड़े होकर कहा, “तुम्हें शान्ति मिले।”
27 तब उसने थोमा से कहा, “अपनी उँगली यहाँ लाकर मेरे हाथों को देख और अपना हाथ लाकर मेरे पंजर में डाल, और अविश्वासी नहीं परन्तु विश्वासी हो।”
28 यह सुन थोमा ने उत्तर दिया, “हे मेरे प्रभु, हे मेरे परमेश्वर!”
29 यीशु ने उससे कहा, “तू ने मुझे देखा है, क्या इसलिये विश्वास किया है? धन्य वे हैं जिन्होंने बिना देखे विश्वास किया।”

यूहन्ना 20:27

अपनी उँगली यहाँ लाकर मेरे हाथों को देख…अविश्वासी नहीं परन्तु विश्वासी हो।