परमेश्वर ज्योति है और उसमें कुछ भी अन्धकार नहीं। 1 यूहन्ना 1: 5

यहां तक कि जब उसके बीमार शरीर में मृत्यु का अंधेरा मौजूद था, ऑगस्टिन जीन फ्रेस्नेल अपने शक्तिशाली प्रकाश पर काम करने में लगे रहे। अंत में, 1820 के दशक की शुरुआत में, उन्होंने फ्रांस के कॉरडूरान लाइटहाउस में पहले फ्रेस्नेल लेंस का परीक्षण किया। लेंस— मधुमक्खी के छत्ते की तरह के प्रिज्म का एक छल्ला — जिसने नाविकों को अंधेरे, अशांत पानी में जीवन रक्षक किरणों की झलक पाने के लिए रास्ता पता लगाने की अनुमति दी, भूमि से कई समुद्री मील दूर। इस को एक ऐसा आविष्कार कहा जाता है जिसने दस लाख जहाजों को बचाया, 1860 के दशक तक हजारों लाइटहाउसों में फ्रेस्नेल का काम दिखाई देने लगा। यद्यपि 1827 में केवल उनतीस वर्ष की आयु में तपेदिक से उनकी मृत्यु हो गई, उनके लेंस की रोशनी आने वाले दशकों में अनगिनत नाविकों की जान बचाएगी।

अपनी पूर्ण योजना के एक भाग के रूप में, परमेश्वर ने अपने इकलौते पुत्र यीशु को हमारे अशांत संसार में ज्योति लाने के लिए भेजने के लिये चुना। जैसा कि यूहन्ना ने लिखा, “परमेश्वर ज्योति है, उस में कुछ भी अन्धकार नहीं” 1 यूहन्ना 1:5। मसीह ने पाप और मृत्यु के अन्धकार को पीछे धकेल दिया जब उसने जीवन और क्षमा के सुसमाचार को साझा किया (पद 2,9)। उसकी वजह से, “हम ज्योति में, जैसे परमेश्वर ज्योति में हैं जी सकते हैं।” क्योंकि “यीशु का लहू हमें सब पापों से शुद्ध करता है” (पद 7)।

फ्रेस्नेल की तरह, यीशु भी अपने जीवन के तीसवें वर्ष में मर गया, लेकिन वह फिर से जी उठा — वह उन सभी के लिए ज्योति और जीवन प्रदान करता है जो उस पर विश्वास करते हैं (प्रेरितों के काम 16:31)। मसीह में, हम उस शक्ति को पाते हैं जिसकी हमें उसकी ज्योति में चलने के लिए आवश्यकता होती है। —टॉम फेल्टेन

मसीह की ज्योति में चलने का आपके लिए क्या अर्थ है ? आप किन व्यावहारिक तरीकों से उसके लिए चमक सकते हैं?

यीशु, उस ज्योति के लिए धन्यवाद जो आप इस दुनिया में और मेरे दिल में लाए हैं। अपने प्यार और तरीकों को फैलाने के लिए कृपया अपनी शक्ति से मेरी मदद करें ।

1 यूहन्ना 1:1–10

1 उस जीवन के वचन के विषय में जो आदि से था, जिसे हम ने सुना, और जिसे अपनी आंखों से देखा, वरन जिसे हम ने ध्यान से देखा, और हाथों से छूआ। 2 यह जीवन प्रगट हुआ, और हम ने उसे देखा, और उस की गवाही देते हैं, और तुम्हें उस अनन्त जीवन का समाचार देते हैं, जो पिता के साथ था और हम पर प्रगट हुआ। 3 जो कुछ हम ने देखा और सुना है उसका समाचार तुम्हें भी देते हैं, इसलिये कि तुम भी हमारे साथ सहभागी हो, और हमारी यह सहभागिता पिता के साथ और उसके पुत्रा यीशु मसीह के साथ है। 4 और ये बातें हम इसलिये लिखते हैं, कि हमारा आनन्द पूरा हो जाए। 5 जो समाचार हम ने उस से सुना, और तुम्हें सुनाते हैं, वह यह है, कि परमेश्वर ज्योति हैं, और उस में कुछ भी अन्धकार नहीं।6 यदि हम कहें, कि उसके साथ हमारी सहभागिता है, और फिर अन्धकार में चलें, तो हम झूठे हैं, और सत्य पर नहीं चलते। 7 पर यदि जैसा वह ज्योति में है, वैसे ही हम भी ज्योति में चलें, तो एक दूसरे से सहभागिता रखते हैं, और उसके पुत्र यीशु मसीह का लोहू हमें सब पापों से शुद्ध करता है। 8 यदि हम कहें, कि हम में कुछ भी पाप नहीं, तो अपने आप को धोखा देते हैं, और हम में सत्य नहीं। 9 यदि हम अपने पापों को मान लें, तो वह हमारे पापों को क्षमा करने, और हमें सब अधर्म से शुद्ध करने में विश्वासयोग्य और धर्मी है। 10 यदि कहें कि हम ने पाप नहीं किया, तो उसे झूठा ठहराते हैं, और उसका वचन हम में नहीं है।