यीशु ने फिर लोगों से कहा, जगत की ज्योति मैं हूँ, जो मेरे पीछे हो लेगा वह अन्धकार में न चलेगा, परन्तु जीवन की ज्योति पाएगा। यूहन्ना 8: 12

रेस्टोरेंट बहुत अच्छा था लेकिन अंधेरा था। प्रत्येक मेज पर केवल एक छोटी सी मोमबत्ती टिमटिमा रही थी। रोशनी पैदा करने के लिए, खाना खाने वाले अपने मेनू (भोजन सूची) को पढ़ने, अपने साथ बैठे साथियों को देखने, और यहां तक कि यह देखने के लिए कि वे क्या खा रहे हैं, अपने स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर रहे थे।

एक ग्राहक चुपचाप अपनी कुर्सी से उठा और एक वेटर के पास गया, और एक सरल प्रश्न पूछा “क्या आप रोशनी चालू कर सकते हैं?” पर उससे पहले ही छत पर लगी एक लाइट जली और उसकी रोशनी चमक उठी, और कमरा तालियों से गूँज उठा–लेकिन हँसी के साथ, और खुशी भरी बातचीत, और धन्यवाद के साथ। मेरे दोस्त के पति ने अपना फोन बंद कर दिया, अपने बर्तन उठा और हम सभी के लिए बोला “रोशनी होने दो! अब चलो हम खाते हैं!” हमारी उदास शाम एक स्विच के झटके के साथ के साथ उत्सव में बदल गई।

लेकिन सच्चे प्रकाश के वास्तविक स्रोत को जानना कितना अधिक महत्वपूर्ण है। पहले दिन जब परमेश्वर ने संसार की रचना की तो उसने आश्चर्यजनक शब्द बोले “उजियाला हो” और उजियाला हो गया (उत्पत्ति 1:3)। “तब परमेश्वर ने देखा कि उजियाला अच्छा है” (पद 4)।

उजियाला हमारे लिए परमेश्वर के महान प्रेम को व्यक्त करता है। उसकी ज्योति हमारा ध्यान यीशु की ओर खींचती है, “जगत की ज्योति” (यूहन्ना 8:12) जो हमें पाप के अन्धकार से बचाता है। उसकी ज्योति में चलते हुए, हम एक ऐसे जीवन का उज्ज्वल मार्ग पाते हैं जो पुत्र की महिमा करता है। वह दुनिया का सबसे चमकदार और महान उपहार है। जैसे वह चमकता है, तो हम उसके मार्ग पर चलें। — पेट्रीसिया रेबोन

जब मसीह का जन्म हुआ तो हमारी आशा का भी जन्म हुआ। — मैक्स लुकाडो

यीशु वह ज्योति है जो आत्मिक जीवन को प्रकट करता है। वह जीवन की ज्योति है। यह किसी और के बारे में नहीं कहा जा सकता है। — टोनी इवांस

जब तक मैं जगत में हूँ, तब तक जगत की ज्योति हूँ। यूहन्ना 9:5

जब हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर ने अपनी दया और प्रेम प्रकट किया, उसने हमें बचाया, उन नेक कामों के कारण नहीं जो हम ने किए थे, लेकिन अपनी दया के कारण। उसने हमारे पापों को धो डाला, पवित्र आत्मा के द्वारा हमें एक नया जन्म और नया जीवन दिया। तीतुस 3: 4— 5

यीशु मसीह स्वयं ज्योति हैं और आपका मार्गदर्शन करेंगे। — एडिथ शेफ़र

जो समाचार हम ने उस से सुना और तुम्हें सुनाते हैं, वह यह है कि परमेश्व़र ज्योति है और उसमें कुछ भी अन्धकार नहीं। 1 यूहन्ना 1: 5

क्या हम उम्मीद कर सकते हैं, और अनुभव कर सकते हैं कि मसीहा उसके साथ हमारी रोज की यात्रा में ताजा प्रकाश, जीवन और मदद लायेगा। —पेट्रीसिया रेबोन

जो लोग अन्धियारे में चल रहे थे उन्होंने बड़ा उजियाला देखा, और जो लोग घोर अन्धकार से भरे हुए मृत्यु के देश में रहते थेए उन पर ज्योति चमकी। यशायाह 9:2

क्रिसमस में कौन कुछ बढ़ा सकता है? सही मकसद यह है कि परमेश्वर ने दुनिया से इतना प्यार किया। सही उपहार यह है कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया। आवश्यकता केवल उस पर विश्वास करने की है। विश्वास का प्रतिफल यह है कि तुम अनन्त जीवन पाओगे। — कोरी टेन बूम

क्योंकि परमेश्वर, जिसने कहा, “धकार में से ज्योति चमके, उस ने इस प्रकाश को हमारे दिलों में चमकाया है ताकि परमेश्वर की महिमा की पहचान की ज्योति यीशु मसीह के चेहरे से प्रकाशमान हो।” 2 कुरिन्थियों 4:6

किस परिस्थिति में आपको मसीह के उजियाले को चमकने की आवश्यकता है? उसके उजियाले ने आपका मार्गदर्शन कब किया है?

प्यार करने वाले परमेश्वर, हम आपको जगत की ज्योति यीशु, और उसके महान प्रेम के मार्गदर्शक उजियाले के लिए धन्यवाद देते हैं।

उत्पत्ति 1:1–5

1 आदि में परमेश्वरर ने आकाश और पृथ्वी की सृष्टि की। 2 पृथ्वी बेडौल और सुनसान पड़ी थी,और गहरे जल के ऊपर अन्धियारा था; तथा परमेश्वर का आत्मा जल के ऊपर मण्डराता था। 3 जब परमेश्वनर ने कहा ‘उजियाला हो’ तो उजियाला हो गया। 4 और परमेश्वर ने उजियाले को देखा कि अच्छा है, और परमेश्वर ने उजियाले को अन्धियारे से अलग किया। 5 और परमेश्वेर ने उजियाले को दिन और अन्धियारे को रात कहा। तथा साँझ हुई फिर भोर हुआ। इस प्रकार पहला दिन हो गया।