सच्ची ज्योति जो हर एक मनुष्य को प्रकाशित करती है, जगत में आनेवाली थी। यूहन्ना 1:9

लास वेगास, नेवादा, में एक होटल के ऊपर से, पृथ्वी पर प्रकाश की सबसे तेज़, सबसे अधिक दिखाई देने वाली किरणों में से रोशनी की एक किरण चमकती है। यह इतना चमकीली है कि उसके प्रकाश से अंतरिक्ष में मीलों दूर से एक किताब को पढ़ा जा सकता है। रात में यह कीड़ों को, और उन्हें खाने वाले चमगादड़ों को,और चमगादड़ खाने वाले उल्लू को भी अपनी ओर आकर्षित करता है।शहर की लाइटों ने हाल ही में मीलों दूर से उस असामान्य रूप से उज्ज्वल किरण से चकाचौंध हुये टिड्डियों के विशाल झुंड को आकर्षित किया ।

स्वर्ग से जो प्रकाश चमकता है वह और भी तेज होता है। लेकिन किसी भी प्रकार का भोजन खिलाना तो दूर की बात है प्रकाश का यह दिव्य स्रोत अपने पास आने वाले सभी को जीवन देता है। यूहन्ना ने इसका वर्णन इस प्रकार किया: “सच्ची ज्योति जो हर एक मनुष्य को प्रकाशित करती है जगत में आने वाली थी। वह जगत में था और जगत उसके द्वारा उत्पन्न हुआ लेकिन जगत ने उसे नहीं पहचाना। परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया उन सभों को उस ने परमेश्वर की सन्तान होने का अधिकार दिया” (यूहन्ना 1:9–10, 12)।

यीशु ने कहा, जगत की ज्योति मैं हूँ (यूहन्ना 8:12)। उनके परिपूर्ण, प्रेममय जीवन का प्रकाश पृथ्वी पर उन सभी के लिए आशा की एक सच्ची किरण के रूप में चमकता है जो अंधेरे से बाहर आने की लालसा रखते हैं। अपने क्रूस और खाली कब्र के द्वारा यीशु उस पर विश्वास करने और क्षमा प्राप्त करने के लिए हमारा स्वागत करते हैं, ताकि हम भी परमेश्वर के प्यारे बेटे और बेटियां बन सकें, और उनके प्रेम में नए सिरे से जीवन शुरू कर सकें। — जेम्स बैंक्स

परमेश्वर की सच्ची ज्योति ने आपके जीवन में कैसे बदलाव किया है ? आज आप किस व्यावहारिक तरीके से उसके प्रेम को दूसरे के साथ बाँट सकते हैं ?

ज्योति और जीवन के परमेश्वर, मुझे अंधकार से बचाने के लिए मैं आपकी स्तुति करता हूं। आज अपना प्रकाश चमकाने में कृपया मेरी मदद करें!

यूहन्ना 1:9–18

सच्ची ज्योति जो हर एक मनुष्य को प्रकाशित करती है, जगत में आनेवाली थी। वह जगत में था, और जगत उसके द्वारा उत्पन्न हुआ, और जगत ने उसे नहीं पहिचाना।वह अपने घर में आया और उसके अपनों ने उसे ग्रहण नहीं किया। परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण कियाए उस ने उन्हें परमेश्वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात् उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं। वे न तो लोहू से, न शरीर की इच्छा से, न मनुष्य की इच्छा से, परन्तु परमेश्वर से उत्पन्न हुए हैं। और वचन देहधारी हुआ, और अनुग्रह और सच्चाई से परिपूर्ण होकर हमारे बीच में डेरा किया, और हम ने उस की ऐसी महिमा देखी, जैसी पिता के एकलौते की महिमा। यूहन्ना ने उसके विषय में गवाही दी, और पुकारकर कहा, “यह वही है, जिस का मैं ने वर्णन किया, कि जो मेरे बाद आ रहा है, वह मुझ से बढ़कर है क्योंकि वह मुझ से पहिले था।” क्योंकि उस की परिपूर्णता से हम सब ने प्राप्त किया अर्थात् अनुग्रह पर अनुग्रह। इसलिये कि व्यवस्था तो मूसा के द्वारा दी गई, परन्तु अनुग्रह, और सच्चाई यीशु मसीह के द्वारा पहुंची। परमेश्वर को किसी ने कभी नहीं देखा, एकलौता पुत्र जो पिता की गोद में हैं, उसी ने उसे प्रगट किया।