पढ़ें: प्रेरितों के काम 4:13-37
क्योंकि यह तो हम से हो नहीं सकता, कि जो हमने देखा और सुना है, वह न कहें। (पद 20)
एक दिन मैंने ध्यान दिया कि पक्षी को खिलाने वाला खाने का बर्तन जो थोड़ी दूरी पर लटक रहा था, उसको मैं भरना भूल गया था। वहाँ पंहुचकर जब मैं उसे भरने लगा, मैं रुका और देखा कि उसमें एक ततैया ने अपना घर बना लिया था। इस बदलाव ने मुझे यह याद दिलाया कि, एक ततैया और चिड़िया का बीज (चुग्गा), दोनों एक साथ एक स्थान नहीं ले सकते हैं। हमारा चुनाव कि हम पवित्र आत्मा से भरे रहें वह पूर्ण होना चाहिए।
प्रेरितों के काम 4 में हम देखते हैं कि किस प्रकार से पवित्र आत्मा से परिपूर्ण जीवन किस प्रकार असाधारण रूप से परमेश्वर और उसके उद्देश्यों के लिए मानवता के लिए जाना जाता है। प्रारंभिक चर्च के विश्वासी अपने मिशन और तरीकों में विशिष्ट थे, वे उत्सुकता से उस जीवन को अपना लेते थे जो उन्हें अपनी संस्कृति से अलग कर देता था — धर्मनिरपेक्ष औए सांप्रदायिक — जो उनके आसपास होती थी। जो यीशु ने अपने चेलों के हृदय में आरंभ किया था (पद 13) वह काम आगे चलता रहा। जिन्होंने यीशु पर विश्वास किया और पवित्र आत्मा जिनके अंदर कार्य कर रही थी, उनके द्वारा सुसमाचार दूसरों तक फैलता गया। (पद 31)
किस प्रकार साधारण लोग “पूरे जगत में मुसीबत,” और “उल्टा पुलटा” कर सकते हैं? (प्रेरितों के काम 17:6) इस बात से संतुष्ट होकर कि परमेश्वर का राज्य और युद्ध वास्ताविक है, यीशु के अनुयायियों ने इस सच्चाई को साहस के साथ प्रचार किया — कि यीशु जीवित है, और उसकी मृत्यु के द्वारा ही संभव हुआ है कि लोग अपने पापों से बचाए जा सकें (4-12)। परिणामस्वरूप, यह स्वाभाविक हो गया कि वे उस आश्चर्यकर्म की गवाही दें (पद 14,16), और मसीह के साम्हने एक आधिकारिक समझ के साथ प्रार्थना करना (पद 24-30), और अन्य विश्वासियों के साथ एकता और उदारता के साथ परस्पर संबंध बनाना। (पद 32-37)
परमेश्वर जिसने सब चीजों को गतिशील बनाया आज भी जीवित और क्रियाशील है। (भजन संहिता 102;26-27) क्या हम भी पवित्रात्मा के फल को पाने के लिए इस प्रकार से काम कर सकते हैं कि “जो हमने देखा और सुना है वह न कहें” (प्रेरितों के काम 4:20)
– रेजीना फ्रेंकलिन
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पढ़ें प्रेरितों के काम 1:8 और सोचें कि परमेश्वर ने कहा कि क्या होगा जब प्रेरितों पर पवित्र आत्मा आएगी।
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आगे आपके जीवन में पवित्र आत्मा के कार्य के क्या प्रमाण हैं? हम किस प्रकार से पवित्र आत्मा से भर सकते हैं, जिसका वर्णन प्रेरितों के काम 4:31 और इफिसियों 5:18 में किया गया है?