अलविदा कहना कठिन है – परिजनों को और मित्रों को, एक पसंदीदा और परिचित स्थान को, एक व्यवसाय अथवा आजीविका को l
लूका 9:57 – 62 में प्रभु ने उसका शिष्य बनने की कीमत बताया l एक होनेवाला शिष्य यीशु से कहता है, “हे प्रभु मैं तेरे पीछे हो लूँगा; पर पहले मुझे जाने दे कि अपने घर के लोगों से विदा ले आऊँ” (पद. 61-62) l क्या वह अपने अनुगामियों से सब कुछ और प्रत्येक अनमोल संबंध को अलविदा कहने को कह रहा है?
चीनी भाषा में अंग्रेजी शब्द अलविदा (goodbye) का समतुल्य नहीं है l चीनी भाषा में इस शब्द का अर्थ होता है “फिर मिलेंगे l” मसीह का शिष्य होने का अर्थ कभी-कभी दूसरों द्वारा हमारा तिरस्कार हो सकता है, किन्तु इसका अर्थ यह नहीं कि हम अपने पूर्वकालिक सम्बंधों को भूल जाएं l अलविदा कहने का तात्पर्य है कि परमेश्वर चाहता है हम उसके शर्तों पर चलें – पूरे दिल से l तब हम लोगों को पुनः सही दृष्टिकोण से देखेंगे l
परमेश्वर हमारे लिए सर्वोत्तम चाहता है, किन्तु हमें उसे सभी बातों पर प्राथमिकता देनी होगी l