जून विलियम्स केवल चार वर्ष की थी जब उसके पिता ने 7 एकड़ भूमि खरीदकर उसमें बगैर रोक या पिंजड़े का एक चिड़ियाघर बनाना चाहा l युवा होते हुए उसने देखा कि किस तरह उसके पिता वन पशुओं को सीमित रखकर भी स्वतंत्रता देने का प्रयास करते थे l आज चेस्टर चिड़ियाघर इंग्लैंड वन्यजीव आकर्षणों में सबसे लोकप्रिय है l 110 एकड़ में 11,000 जानवरों का यह घर, यह चिड़ियाघर जीव कल्याण, शिक्षा, और संरक्षण के प्रति उसके पिता की चिंता को प्रगट करता है l
सुलेमान की चिंता भी छोटे, बड़े प्राणियों के प्रति थी l मध्यपूर्व के वन्यजीवन का अध्ययन करने के आलावा, वह दूरवर्ती देशों से बन्दर जैसे मोहक जीव आयात करता था (1 राजा 10:22) l किन्तु उसका एक नीतिवचन हमें बताता हैं कि सुलेमान का प्रकृति ज्ञान बौद्धिक जिज्ञासा से परे था l जब उसने पशुओं के प्रति हमारे आचरण का आत्मिक अर्थ बताते हुए, सृष्टिकर्ता के ह्रदय को प्रतिबिम्बित किया : “धर्मी अपने पशु के भी प्राण की सुधि रखता है, परन्तु दुष्टों को दया भी निर्दयता है” (नीति. 12:10) l
परमेश्वर से प्राप्त बुद्धिमत्ता से, सुलेमान ने देखा कि हमारे सृष्टिकर्ता से हमारा सम्बन्ध केवल लोगों के प्रति हमारे आचरण से ही नहीं किन्तु हमारी देखभाल में दिए गए पशुओं के प्रति हमारी चिंता से भी प्रगट होता है l