हमारे रविवारीय आराधना में एकल गायक के गाना में मण्डली ने शांत और पूरा ध्यान दिया l उसकी मधुर मंद-मध्यम सूर वाली आवाज़ में गोर्डन जेन्सन द्वारा लिखित पुराने गीत के आत्मा को स्पर्श करनेवाले शब्द थे l गीत का शीर्षक हमारे वृद्धावस्था में और मूल्यवान बनने वाला सत्य बताता है : “वह उसके नाम के उल्लेख के समान निकट है l”
हमने अपने प्रियों से अलगाव अनुभव किए हैं l एक संतान विवाह करके चला जाता है l माता-पिता हमसे आजीविका या स्वास्थ्य के कारण बिचड़ जाते हैं l एक बच्चा अन्य राज्य या देश पढ़ने चला जाता है l सच, हम संदेश भेजते हैं और स्काइप पर बात करते हैं l किन्तु हम यहाँ हैं और वह वहां l और तब मृत्यु का वियोग है l किन्तु मसीही विश्वासी के पास उसकी प्रतिज्ञा है कि हम कभी भी अकेले नहीं हैं l यद्यपि हम अकेला महसूस करते हैं, वह कहीं नहीं गया है l वह यहाँ है, अभी, हमेशा, सर्वदा l संसार छोड़ते समय उसने अपने चेलों से कहा, “देखो मैं जगत के अंत तक सदा तुम्हारे संग हूँ” (मत्ती 28:20), “मैं तुझे कभी ना छोड़ूंगा, और न कभी तुझे त्यागूँगा” (इब्रा.13:5) l
शांत अनुनय, फुसफुसाकर बोला गया उसका नाम, उसके नाम का विचार भी दिलासा और आश्वासन लेकर आता है l “वह उसके नाम के उल्लेख के समान निकट है l”