200 वर्ष पूर्व रूस में नेपोलियन की हार कठोर सर्दी थी l उसके धोड़ो के खुरों में गर्मियों के नाल लगे थे l सर्दी आने पर, घोड़े बर्फीले मार्गों पर रसद गाड़ी खींचते हुए फिसलकर मर गए l नेपोलियन की रसद आपूर्ति कड़ी में विफलता ने उसके 400,000 सशक्त सेना को 10,000 में सीमित कर दिया l एक छोटी भूल; एक विनाशकारी परिणाम!
याकूब जीभ की छोटी भूल की महा हानि बताता है l एक गलत शब्द लोगों की आजीविकाएं अथवा नियति बदल देते हैं l याकूब लिखता है, “जीभ को मनुष्यों में से कोई वश में नहीं कर सकता; वह एक ऐसी बला है जो कभी रूकती ही नहीं, वह प्राण नाशक विष से भरी हुए है” (याकूब 3:8) l यह समस्या हमारे आधुनिक युग में बढ़ गया है जब एक असावधान ईमेल या सोशल मीडिया पर एक पोस्टिंग महा हानि कर सकती है l यह शीघ्र फ़ैलती है और हमेशा रद्द नहीं की जा सकती l
दाऊद ने जीभ के उपयोग को प्रभु के लिए आदर से जोड़ा l उसने लिखा, “मैं तुमको यहोवा का भय मानना सिखाऊंगा … अपनी जीभ को बुराई से रोक रख, और अपने मुँह की चौकसी कर कि उससे छल की बात न निकले” (भजन 34:11,13) l उसने निश्चय किया, “मैं अपनी चालचलन में चौकसी करूँगा, ताकि मेरी जीभ से पाप न हो” (भजन 39:1) l प्रभु हमारी सहायता कर l