मैं एक चिंता करने वाली  हूँ।  सुबह की शुरुआत ख़राब होती है क्योंकि मैं अपने विचारों के साथ अकेली होती हूं। इसलिए मैंने अपने बाथरूम के शीशे पर हडसन टेलर (चीन जाने वाले एक ब्रिटिश मिशनरी) के इस उद्धरण को चिपका दिया, जहां मैं इसे तब देख सकती हूं जब मैं कमजोर महसूस कर रही हूं : “परमेश्वर एक जीवित परमेश्वर है। उसने बाइबल के द्वारा हमसे बात की हैं। वह जो कहता है उसका मतलब होता है। और वह अपने हर वायदे को पूरा करेगा।”

टेलर के शब्द परमेश्वर के साथ वर्षों चलने के अनुभव से आए हैं और हमें याद दिलाते हैं कि परमेश्वर कौन है और वह हमारी बीमारी,  गरीबी,  अकेलेपन और दुःख के समय में क्या कर सकता है। वह केवल यह नहीं जानते थे कि परमेश्वर भरोसे के योग्य है—उन्होंने उसकी विश्वासयोग्यता का अनुभव किया था। और क्योंकि उन्होंने परमेश्वर के वादों पर भरोसा किया था और उसकी आज्ञा मानी थी, हजारों चीनी लोगों ने यीशु को अपना जीवन दिया।

परमेश्वर और उसके  तौर तरीकों का अनुभव करने से दाऊद को यह जानने में मदद मिली कि वह भरोसेमंद है। उसने भजन 145 लिखा –  परमेश्वर की स्तुति का एक गीत जिसे उसने अनुभव किया कि वह अच्छा,  दयालु और अपने सभी वादों के प्रति वफादार है। जब हम परमेश्वर पर भरोसा करते हैं और उसका अनुसरण करते हैं,  तो हम महसूस करते हैं (या बेहतर समझते हैं) कि वह वही है जो वह कहता है कि वह है और वह अपने वचन के प्रति विश्वासयोग्य है (पद. 13)। और,  दाऊद की तरह,  हम उसकी स्तुति करने और दूसरों को उसके बारे में बताने के द्वारा प्रत्युत्तर देते हैं (पद. 10-12)। जब हम चिंताजनक समय का सामना करते हैं,  तो परमेश्वर हमारी सहायता कर सकता है कि हम उसके साथ चलने में न डगमगाएं,  क्योंकि वह भरोसे के योग्य है (इब्रानियों 10:23)।