एक वैश्विक वायरस हजारों को मारता है। पूरे भारत में लॉकडाउन । हम एक ऐसी दौड़ में जीवित हैं जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते हैं।

मेरे व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम फीड में केवल  कोविड19 के बारे में संदेश भरे हैं और कुछ नहीं। मेरे राज्य के मुख्यमंत्री ने उल्लेख किया है कि अगर क्वारंटाइन का पालन नहीं किया जाता है, तो देखते ही गोली मार देने का आदेश जारी करने की आवश्यकता पड़ सकती है। यह डरावना और सही नहीं है।

भारत में रहते हुए, मुझे कुछ हद तक जोखिम और अस्थिरता की आदत हो गई थी। मैं अलग-अलग देशों के दोस्तों पर हँसती थी जो हमारे ट्रैफ़िक में ड्राइविंग करने से बहुत डरते थे। मैं उन दोस्तों पर हँसती थी  जो सड़क के किनारे वाले स्टालों से नहीं खाते हैं, लेकिन अब जो हो रहा है, वह तमाम अलग-अलग स्तर पर सभी में भय फैला रहा है।

भय एक कुचल डालने वाली भावना हो सकती है। कभी-कभी, यह एक भयानक ठंड की लहर के समान है जो हमारे ऊपर से गुजरती है, हमें पंगु बना देती है और कम से कम कुछ क्षणों के लिए सभी तर्कसंगत विचारों को अवरुद्ध कर देती है। उस समय की तरह जब मैंने अपने किशोर भाई को हमारी 5 मंजिल छत की दीवार के किनारे पर बैठे पाया।  जीवन और मौत के बीच में एक इंच और कुछ ही क्षण था। इससे पहले कि मैं अपनी होश संभालती मैं कुछ क्षण के लिए गतिहीन हो गयी थी, और ध्यान से उतरने के लिए उस पर चिल्लाई। कभी-कभी, यह हमारे दिलों में एक गहरी-नीची भावना है, जो हमारे निर्णयों, हमारे शब्दों और हमारे कार्यों को कुछ दिनों या महीनों के लिए नियंत्रित करती है। जैसे कि जब मैं 3 महीने की गर्भवती थी, मुझे डॉक्टर द्वारा बेडरेस्ट करने के लिए सलाह दी गई थी, क्योंकि मेरे गर्भ में एक थक्का/गुठ्ठ्ल हो गया था, जिसके बारे में विज्ञान कुछ नहीं कर सकता था। मेरे बच्चे को सुरक्षित रूप से जन्म लेना पूरी तरह से परमेश्वर पर निर्भर था। हर दिन, हर रात, मैंने अपने अजन्मे बच्चे के लिए डर का अनुभव की, अपने आप को अक्सर यह देखने के लिए जाँचती थी कि क्या मैं उसे अपने अंदर चलना महसूस कर सकती हूं, आखिरकार महीनों बाद, मेरे सुंदर बेटे का जन्म हुआ। एक बात जो मुझे डर के उन महीनों से गुजारा, वह मेरा भरोसा था, कि ईश्वर अच्छा है,  और वह मुझसे प्यार करता है, और वह उसके नियंत्रण में है। जब डर बहुत ज्यादा हो गया, तो मैं मरकुस 5:36 को अपने आप से दोहराती थी ‘मत डर; केवल विश्वास रख’।  जिस परमेश्वर ने याईर को ये शब्द कहे थे, वही परमेश्वर था जिस पर मुझे विश्वास था।

डर के उस दौड़ से गुजरने के बाद, जब परमेश्वर पर भरोसा ही एकमात्र सहारा था, मैं अब चीजों को संभालने में बेहतर हो गई हूं। मुझे विश्वास है कि इस दुनिया में जहां सब कुछ बदल जाता है, वह अकेला एक अपरिवर्तनीय परमेश्वर है। वह कल, आज और हमेशा के लिए एक सा है। वह अभी भी अच्छा है; वह अब भी मुझसे प्यार करता  है; और वह अभी भी नियंत्रण में है। जैसा कि उसने अपने वचन में कई बार वादा किया है, वह हमारे साथ है, वह हमें कभी नहीं छोड़ेगा और न ही हमें त्यागेगा।

तो, आइए विश्वास करें कि परमेश्वर हमारी देखभाल करेगा और हमें इस स्थिति से निकालेगा। एक दिन आएगा, जब कोरोना अतीत की बात होगी, जैसे स्मालपॉक्स (चेचक) और इससे पहले कई अन्य विपत्तियां।

आइए विश्वास करें कि परमेश्वर हमारी प्रार्थनाओं पर ध्यान देगा और सरकार को स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए ज्ञान देगा। जैसा हम सरकार का आदेश का पालन करते हैं और वह सब करते हैं जो हमें करने के लिए कहा गया है, जिससे जीवन का नुकसान कम से कम होगा और हम सुरक्षित रहेंगे।

जब हम अपने पास संचित आपूर्ति को देखते हैं, तो विश्वास करें कि परमेश्वर के नियंत्रण में हैं। हम अपना भोजन बनाने में समझदारी बरतें ताकि हम बर्बादी को कम करें, लेकिन यह भी ध्यान रखते हुए करें कि वह परमेश्वर, जो एक साथ 5000 लोगों को कुछ रोटी और मछली से खिलाया था, वह आज भी हमें खिला सकता है।

आइए हम विश्वास करें कि जैसे हम अपने काम, अपने बच्चों, और अपने घर के कामों को बिना किसी की मदद या समर्थन से संभालते हैं और पूरा करते हैं, परमेश्वर हमें मजबूत बनाएगा और हमें तरोताजा रखेगा।

आइए हम विश्वास करें कि हर सुबह, उसकी करुणा और उसकी महान विश्वासयोग्यता हमारे सामने प्रकट होगी। घर पर रहने का यह समय हमारे परिवारों को एक साथ आने और बंधने के लिए, रिश्तों को ठीक करने और फलने-फूलने के लिए एक शानदार अवसर होगा।

आइए हम विश्वास करें कि डर और अस्थिरता का यह समय वास्तव में हमें हमारे सृष्टिकर्ता के करीब ले जाएगा, और हमारे द्वारा अपनी भलाई और विश्वास को प्रकट करेगा।

आइए हम विश्वास करें  कि रोमियों8:28 में जैसा लिखा गया है, “हम जानते हैं कि जो लोग परमेश्वर से प्रेम रखते हैं, उनके लिये सब बातें मिलकर भलाई ही को उत्पन्न करती हैं; अर्थात् उन्हीं के लिये जो उसकी इच्छा के अनुसार बुलाए हुए हैं।

हम डरे नहीं, केवल विश्वास करें।

-जैस्मिन डेविड