वह हमारी सृष्टि जानता हैl – भजन संहिता 103:14

ब मोटर-गाड़ियों का दौर शुरू हुआ तो इसके प्रारम्भिक दिनों में एक दिन एक मॉडल-टी फोर्ड कार बीच रास्ते में रुक गईl ड्राइवर अपनी पूरी कोशिश करने और हाथ पैर मारने के बावजूद इसे स्टार्ट करने में असफल रहाl

जब कुछ भी सही प्रतीत न हो तब हम भरोसा के साथ परमेश्वर की ओर मुड़ सकते हैंl

उसी समय एक लंबी लिमोज़ीन कार जिसे एक ड्राइवर चला रहा था, उसके पीछे आकर रुकी और एक रौबदार और जोशीला व्यक्ति उसकी पिछली सीट से उतरकर आया और इस ड्राइवर की सहायता करनी चाहीl बोनट के अंदर झाँकने के बाद और कुछ देर तक कुछ छेड़छाड़ करने के बाद उस अजनबी ने कहा, “अब कोशिश करो!” तुरंत इंजन में जैसे जान आ गई और यह बिल्ली के बच्चे के समान घुरघुराकर चालू हो गयाl

भजन 139 में, दाऊद कहता है कि वह परमेश्वर जिसने हमें बनाया और हमारे जीवनों को नियोजित किया है, वह हमें पूरी तरह से समझता हैl वह हमारा उठना बैठना जानता है, और हमारे विचारों को हमारे मन में आने से पहले ही जान लेता हैl जब कुछ भी सही होता दिखाई न दे रहा हो तो हम आत्मविश्वास के साथ उसके पास जा सकते हैंl हमारी परिस्थिति कितनी कठिन है वह जानता है, और यह भी कि हमें किस चीज़ की आवश्यकता है क्योंकि “उसकी बुद्धि अपरम्पार है” (भजन संहिता 147:5)l

यह बात कितनी दिलासा देने वाली है कि परमेश्वर समझता है!

 

परमेश्वर समझता है तुम्हारे हृदय की पीड़ा को,

कड़वे दर्द को वह जानता है;

अंधकार में उस पर रखो भरोसा,

तुम्हारा भरोसा व्यर्थ नहीं होगाl – स्मिथ

जिसने आपको बनाया, वही आपको ठीक कर सकता हैl

पढ़ने के लिए आज का बाइबिल पाठ – भजन संहिता 139:1-12

हे यहोवा, तू ने मुझे जाँचकर जान लिया है।  तू मेरा उठना बैठना जानता है; और मेरे विचारों को दूर ही से समझ लेता है।  मेरे चलने और लेटने की तू भली-भाँति छानबीन करता है, और मेरे पूरे चालचलन का भेद जानता है।  हे यहोवा, मेरे मुँह में ऐसी कोई बात नहीं जिसे तू पूरी रीति से न जानता हो।  तू ने मुझे आगे पीछे घेर रखा है, और अपना हाथ मुझ पर रखे रहता है।  यह ज्ञान मेरे लिये बहुत कठिन है; यह गम्भीर और मेरी समझ से बाहर है।  मैं तेरे आत्मा से भागकर किधर जाऊँ? या तेरे सामने से किधर भागूँ?  यदि मैं आकाश पर चढ़ूँ, तो तू वहाँ है! यदि मैं अपना बिछौना अधोलोक में बिछाऊँ तो वहाँ भी तू है!  यदि मैं भोर की किरणों पर चढ़कर समुद्र के पार जा बसूँ ,  तो वहाँ भी तू अपने हाथ से मेरी अगुवाई करेगा, और अपने दाहिने हाथ से मुझे पकड़े रहेगा।  यदि मैं कहूँ कि अन्धकार में तो मैं छिप जाऊँगा, और मेरे चारों ओर का उजियाला रात का अन्धेरा हो जाएगा,  तौभीअन्धकार तुझ से न छिपाएगा, रात तो दिन के तुल्य प्रकाश देगी; क्योंकि तेरे लिये अन्धियारा और उजियाला दोनों एक समान हैं।

अंतर्दृष्टि

परमेश्वर की समझ पर आधारित एक ऐसा ही वचन इब्रानियों 4:15 में मिलता हैl लेखक कहता है कि यीशु हमारे दुःख को समझने में सक्षम है क्योंकि हमारी पीड़ा के एहसास ने उसे व्यक्तिगत रूप से स्पर्श किया हैl मानवीय महायाजक की तुलना में जोकि पृथक और हमारी पहुँच से दूर है, हमारा एक स्वर्गीय महायाजक है जो जीवन की उस पीड़ा को अच्छी तरह से समझता है जो हम सहते हैंl