वह मेरे जी में जी ले आता है। धर्म के मार्गो में वह अपने नाम के निमित्त मेरी अगुवाई करता है भजन संहिता 23:3

ब्रिटिश भजन लेखक विलियम काउपर (1731-1800) अक्सर गहरी मानसिक परेशानी का सामना करते थेl कई बार तो उन्होंने आत्महत्या तक करने के बारे में सोचाl एक रात ऐसी ही मनोदशा में वह एक गाड़ी में बैठे और चालक से कहा कि वह उन्हें थेम्स नदी पर ले जाए, लेकिन लन्दन शहर में उस समय इतनी गहरी धुंध छाई हुई थी कि चालक रास्ता भटक गयाl आखिर काउपर अपना धीरज खो बैठे और यह सोचकर कि बिना किसी की सहायता के अपनी पानी की कब्र खुद ढूँढ लेंगे, गाड़ी पर से कूद गएl वह गहरी धुंध में टटोलते हुए आगे बढ़ने लगे लेकिन उस वक्त हैरान रह गए जब उन्होंने देखा कि वह वापिस अपने घर के द्वार पर पहुँच गए थे! उन्होंने घुटनों पर गिरकर उस धुंध के लिए परमेश्वर का धन्यवाद किया जो उसने लन्दन शहर पर भेजी थी जिसके कारण वह आत्महत्या करने से बच गए थेl

परमेश्वर का आपके जीवन में होने वाली प्रत्येक बात में एक विशेष उद्देश्य होता है।

यह जानते हुए कि परमेश्वर ने अपने अनुग्रह के कारण बग्गी के ड्राइवर की दिशा भटका दी थी, काउपर ने यह यादगारी शब्द लिखे: “परमेश्वर अपने आश्चर्य के काम करने के लिए रहस्यमय तरीके से काम करता है; वह समुद्र पर अपने पदचिन्ह बनाता और तूफानों पर चलता हैl हे तुम भयभीत संतो, फिर से ढ़ाढस बांधो; जिन बादलों से तुम इतना डरते हो वे करुणा से प्रचुर हैं, और तुम्हारे सिर के ऊपर फटकर आशीष को उंडेलेंगे!”

आपके और मेरे जीवन में होने वाली हर बात में परमेश्वर का एक उद्देश्य हैl वर्तमान में हमारी जो परिस्थितियाँ हैं भले ही इनके “क्यों” को इस समय हम न समझ पाएँ, लेकिन एक दिन स्वर्ग में हम देखेंगे कि हमारी परेशानी के समयों में परमेश्वर कैसे हमें लेकर चलाl

 

परमेश्वर का निश्चित हाथ अगुवाई करता है सदा;

हटा दो निराशा के पर्दे,

क्योंकि जीवन के अंधेरे चाहे हों कितने भी गहरे,

पाएँगे हम अपने पिता को वहाँl – चेम्बर्स

यदि आप उसके निकट रहते हैं जिसे रास्ता नज़र आता है

तो आपको रास्ता देखने की आवश्यकता नहीं हैl

पढ़ने के लिए आज का बाइबिल पाठ – भजन संहिता 23

यहोवा मेरा चरवाहा है, मुझे कुछ घटी न होगी।  वह मुझे हरी हरी चराइयों में बैठाता है; वह मुझे सुखदाई जल के झरने के पास ले चलता है;  वह मेरे जी में जी ले आता है। धर्म के मार्गों में वह अपने नाम के निमित्त मेरी अगुवाई करता है।  चाहे मैं घोर अन्धकार से भरी हुई तराई में होकर चलूँ, तौभी हानि से न डरूँगा; क्योंकि तू मेरे साथ रहता है; तेरे सोंटे और तेरी लाठी से मुझे शान्ति मिलती है।  तू मेरे सतानेवालों के सामने मेरे लिये मेज़ बिछाता है; तू ने मेरे सिर पर तेल मला है, मेरा कटोरा उमड़ रहा है।  निश्चय भलाई और करुणा जीवन भर मेरे साथ साथ बनी रहेंगी; और मैं यहोवा के धाम में सर्वदा वास करूँगा।

अंतर्दृष्टि

निसंदेह सभी भजनों में से सबसे प्यारा, भजन 23 हमें चरवाहे की अपनी भेड़ों के लिए निरंतर देखभाल के विषय में स्मरण दिलाता हैl जो बात इसे सबसे अधिक रुचिकर बनाती है वह यह है कि भजनकार दाऊद हमें चरवाहे की विश्वासयोग्यता के विषय में बताते हुए प्रारम्भ करता हैl लेकिन जल्द ही उसका विषय बदल जाता हैl जब वह चरवाहे के प्रावधान के विषय में बात करता है तो वह परमेश्वर की विश्वासयोग्यता की गवाही देता हैl लेकिन जब दाऊद “अंधकार की घाटी” को स्मरण करता है तो वह सीधा परमेश्वर को सम्बोधित करते हुए अपने जीवन के सबसे ज़्यादा अंधकारमय समयों में उसकी विश्वासयोग्य अगुवाई का अंगीकार करता हैl