दाऊद वहां से चला, और भाग कर अदुल्लम की गुफा में पहुँच गया l यह सुनकर उसके भाई, वरन् उसके पिता का समस्त घराना वहां उसके पास गया l

और जितने संकट में पड़े थे, और जितने ऋणी थे, और जितने उदास थे, वे सब उसके पास इकट्ठे हुए; और वह उनका प्रधान हुआ l और कोई चार सौ पुरुष उसके साथ हो गए l

वहां से दाऊद ने मोआब के मिस्पा को जाकर मोआब के राजा से कहा, “मेरे पिता को अपने पास तब तक आकर रहने दो, जब तक कि मैं न जानूँ कि परमेश्वर मेरे लिए क्या करेगा l

और यह उनको मोआब के राजा के सम्मुख ले गया, और जब तक दाऊद उस गढ़ में रहा, तब तक वे उसके पास रहे l

फिर गाद नामक एक नबी ने दाऊद से कहा, “इस गढ़ में मत रह; चल, यहूदा के देश में जा l” और दाऊद चलकर हेरेत के जंगल में गया l ~1 शमुएल 22:1-5

एक बच्चे के रूप में, मैंने हमेशा क्रिसमस की पूर्व संध्या को वर्ष के सबसे रोमांचक दिनों में से एक पाया l मुझे पता था कि सुबह उपहार होंगे, उस रात एक भोज होगा, और चर्च में एक कैंडल लाइट सहभागिता होगी l लेकिन यह इसलिए भी रोमांचक था क्योंकि मुझे कभी नहीं पता था कि हमारे घर पर रात के खाने के लिए कौन आ रहा है l मेरे माता-पिता उन लोगों को आमंत्रित करना पसंद करते थे जो अकेले थे या कहीं नहीं जा सकते थे और आकर हमारे साथ भोजन कर सकते थे l चर्च के लोग, अपने काम के स्थानों से लोग, स्कूल के हमारे मित्रयह हमेशा एक असाधारण मिश्रित समूह होता था l

दाऊद राजा शाऊल से भाग रहा था और अच्छे मित्रों से घिरा होना चाहता था (1 शमुएल 22:1-2) l उसे संकट में सहायता करने के लिए सही समुदाय की आवश्यकता थी l इसके बजाय, उसने जो पाया वह सैकड़ों आदमी थे जो मुसीबत में थे─जितने “संकट में पड़े थे और जितने ऋणी थे, और जितने उदास थे” (पद.2) l इसके बावजूद, दाऊद उस मिश्रित समूह का कप्तान बन गया और वे सब उसपर भरोसा किये l

यीशु─सच्चा और बेहतर दाऊद─ठीक उसी तरह का व्यक्ति है जिसने अपने आस-पास के लोगों को इकठ्ठा किया जिन्हें समाज ने त्याग दिया था l पूरे सुसमाचार में, यह अक्सर बीमार और विकलांग, बहिष्कृत, और पापी हैं जो यीशु में अपनेपन और चंगाई को पाते हैं l चर्च को अदुल्लाम की तरह की गुफा होना चाहिए (पद.1) l यह एक आदर्श अमुदाय नहीं है, बल्कि एक सामान्य समूह है जिसे प्यार करने वाले, उपचार करनेवाले कप्तान की ज़रूरत है l

ग्लेन पैकियम

वे कौन लोग हैं जिन्हें यीशु ने आपके जीवन में रखा है? संकट के समय में उन्होंने आपके लिए अप्रत्याशित साथी और शांति कैसे प्रदान की है l

प्रिय यीशु, जिस तरह से आपने मुझे अपने परिवार में स्वागत किया है, उसके लिए धन्यवाद l मेरे आस-पास के लोगों को अप्रत्याशित उपहार के रूप में पहचानने में मेरी सहायता करें l