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Articles by सी. पी. हिया

प्रथम बातें प्रथम

आपकी विमान यात्रा से पूर्व, विमान के उड़ान भरने से पहले विमान कंपनी का एक कार्यकर्त्ता विमान में किसी खराबी आने की स्थिति में सुरक्षा के उपाय बताता है l यात्रिओं से ओक्सीजन मुखौटा(मास्क) पहनने को कहा जाता है जो उनकी सीट के ऊपर एक कक्ष से नीचे आएगा l किन्तु दूसरों की सहायता करने से पहले उन्हें मुखौटा पहनना होगा l क्यों? इसलिए कि दूसरों की सहायता करने से पहले आपको शारीरिक रूप से सचेत होना होगा l

पौलुस ने तीमुथियुस को समझाया कि दूसरों की सहायता करने और उनकी सेवा करने से पहले उसे अपने आत्मिक स्वास्थ्य को ठीक रखना महत्वपूर्ण है l उसने तीमुथियुस को, जो एक पासवान था, अनेक जिम्मेदारियाँ याद दिलायीं : झूठी शिक्षाओं के साथ संघर्ष करना होगा (1 तीमु. 4:1-5) और गलत सिद्धांतों को सही करना होगा (पद.6-8) l किन्तु अपने कर्तव्यों को पूरा करते समय उसे “अपनी और अपने उपदेश की चौकसी” करना सबसे महत्वपूर्ण होगा (पद.16) l दूसरों की सहायता करने से पहले उसे प्रभु के साथ अपना सम्बन्ध ठीक रखना होगा l

तीमुथियुस से कही गयी पौलुस की बातें आज हम पर भी लागू होती हैं l प्रतिदिन हमारा सामना ऐसे लोगों से होता है जो प्रभु को नहीं जानते हैं l जब पहले हम परमेश्वर के वचन, प्रार्थना, और पवित्र आत्मा की सामर्थ्य से आत्मिक ओक्सीजन से भरे रहेंगे, हम परमेश्वर के साथ सही सम्बन्ध में होंगे l उस स्थिति में हम आत्मिक रूप से दूसरों की सहायता करने में सतर्क रहेंगे l

सबसे शक्तिशाली

इग्वाजू जलप्रपात, ब्राज़ील और आर्जेन्टीना की सीमा पर, इग्वाजू नदी के 2.7 किलोमीटर (1.67 मील) साथ-साथ में 275 जल प्रपातों का एक असाधारण जलप्रपात क्रम है l जलप्रपाओं के ब्राजीलियाई किनारे की दीवारों पर भजन 93:4 उकेरा हुआ है, “महासागर के शब्द से, और समुद्र की महातारंगों से, विराजमान यहोवा अधिक महान है l” उसके नीचे ये शब्द हैं, “परमेश्वर सर्वदा हमारी परेशानियों से अधिक महान है l”

राजाओं के युग में लिखनेवाला भजन 93 का लेखक जानता था कि परमेश्वर ही अनंत राजा है l “यहोवा राजा है,” उसने लिखा l “तेरी राजगद्दी अनादिकाल से स्थिर है, तू सर्वदा से है” (पद.1-2) l जल और तरंगें चाहे जितनी ऊँची हों, परमेश्वर सबसे महान है l

जलप्रपात की आवाज़ वास्तव में बड़ी है, किन्तु जलप्रपातों की ओर बहनेवाले जल में होना बिल्कुल भिन्न है l शायद आज आप वैसी ही स्थिति में हो सकते हैं l भौतिक, आर्थिक, या सम्बन्धात्मक समस्याएँ आप पर पहले से कहीं अधिक बहुतायत से मंडरा रही हैं मानो आप जलप्रपात में बहने वालें हैं l ऐसी स्थितियों में, कोई है जिसकी ओर एक मसीही मुड़ सकता है l वह परमेश्वर ही है जो, “हमारी विनती और समझ से कहीं अधिक काम कर सकता है” (इफि. 3:20 ) क्योंकि वह हमारी समस्त समस्याओं से बड़ा है l

आप किस लिए याद किये जाएंगे?

चीन के एक बंदी शिविर के प्रांगन में एक पूर्व जापानी का स्मारक पत्थर खड़ा है जहाँ 1945 में एक व्यक्ति की मृत्यु हुई थी l उस पर लिखा है, “एरिक लिडल स्कॉटलैंड वासी माता-पिता से 1902 में तियानजिन में जन्म लिया l उसने 1924 के ओलिंपिक खेलों में 400 मीटर में स्वर्ण पदक जीतकर अपनी जीविका के चरम पर पहुँचा l वह तियानजिन में शिक्षक बनने चीन लौटा ... उसने अपना सम्पूर्ण जीवन मानव की बेहतरी हेतु सर्वोत्तम सहयोग देने के लिए युवा लोगों को उत्साहित करता रहा l”

अनेक लोगों की दृष्टि में, एरिक की महानतम उपलब्धि स्पोर्ट्स के क्षेत्र में था l किन्तु चीन में तियानजिन, अर्थात् जिस देश में वह जन्म लिया और जिससे वह प्रेम करता था, के युवाओं के प्रति सहयोग के लिए भी जाना जाता है l उसने विश्वास से जीवन बिताया और सेवा की l

हम किस लिए याद किये जाएंगे? हम शैक्षिक उपलब्धियां, काम की पदवी, अथवा आर्थिक सफलता के लिए याद किये जा सकते हैं l किन्तु लोगों के जीवनों में शांति से किये गए कार्य ही होंगे जो हमारे जाने के बाद भी याद रहेंगे l

मूसा को बाइबिल के विश्वास अध्याय में याद किया गया है l इब्रानियों 11, जहाँ उसने मिस्र के भंडार से बड़ा धन परमेश्वर के लोगों का साथ देना समझा (पद.26) l उसने विश्वास से परमेश्वर के लोगों का मार्गदर्शन और उनकी सेवा की l

क्रिसमस बत्तियाँ

मेक्सिको के पुरातत्ववेत्ता अंटोनियो कासो ने 1932 में, मोंटे ऐल्बान, ओक्साका में कब्र 7 खोजा l उसने स्पेनी कब्जे से पूर्व के जवाहिरात “मोंटे अल्बान का धन” और चार सौ से अधिक शिल्पकृतियाँ खोजी l मेक्सिको के पुरातत्व खोज में यह महत्वपूर्ण है l कोई भी कासो के हाथों में शुद्ध सजावटी प्याला देखकर उसकी उत्तेजना की कल्पना ही कर सकता है l

शताब्दियों पूर्व, भजनकार ने सोना या स्फटिक पत्थर से अधिक मूल्यवान धन के विषय लिखा, “जैसे कोई बड़ी लूट पाकर हर्षित होता है, वैसे ही मैं तेरे वचन के कारण हर्षित हूँ” (भजन 119:162) l भजन 119 में, लेखक हमारे जीवनों के लिए परमेश्वर के निर्देश और प्रतिज्ञाओं का महत्त्व जानकर उनकी तुलना बड़े धन से किया जो एक विजेता के कब्जे में आता है l

कासो कब्र 7 की खोज से याद किया जाता है l हम ओक्साका में संग्रहालय में इसका आनंद ले सकते हैं l जबकि, प्रतिदिन हम वचन में जाकर प्रतिज्ञाओं के हीरे, आशा के माणिक, और बुद्धिमत्ता के पन्ना खोज सकते हैं l किन्तु पुस्तक द्वारा इंगित सबसे महान व्यक्तित्व स्वयं यीशु है l आखिरकार, वह ही पुस्तक का लेखक है l

हम मेहनत से भरोसा करें कि यह धन हमें समृद्ध बनाएगा l जैसे भजनकार कहता है, “मैंने तेरी चितौनियों को ... अपना निज भाग कर लिया है, क्योंकि वे मेरे हृदय के हर्ष का कारण हैं” (पद. 111) l

अंधकार में प्रकाश लाना

1989 में वाक्लाव हावेल को एक राजनैतिक कैदी से उन्नत करके चेकोस्लोवाकिया का प्रथम चयनित राष्टपति बनाया गया l वर्षों बाद 2011 में प्राग में उनके अंतिम संस्कार के समय, प्राग में जन्मी अमेरिका की पूर्व राज्य सचिव मेडलीन आलब्राईट, ने इस तरह उनका वर्णन किया, “जो अंधकारमय स्थानों में प्रकाश लेकर आया l”

हावेल के प्रकाश की भूमिका ने…

घोड़े की गलत नाल

200 वर्ष पूर्व रूस में नेपोलियन की हार कठोर सर्दी थी l उसके धोड़ो के खुरों में गर्मियों के नाल लगे थे l सर्दी आने पर, घोड़े बर्फीले मार्गों पर रसद गाड़ी खींचते हुए फिसलकर मर गए l नेपोलियन की रसद आपूर्ति कड़ी में विफलता ने उसके 400,000 सशक्त सेना को 10,000 में सीमित कर दिया l एक छोटी भूल;…

कोई फ़िक्र नहीं

एक आरामदायक हवाई यात्रा परेशान करनेवाली थी l कप्तान ने पेय सेवा में रूकावट डालते हुए यात्रियों से अपने सीट बेल्ट बाँधने को कहा l जल्द ही विमान डगमगाते हुए जलयान की तरह तूफानी समुद्र में उतरने लगा l जबकि बाकी यात्री अशांति से निबटने का प्रयास कर रहे थे, एक छोटी लड़की अपनी पुस्तक पढ़ने में लीन थी l…

मेरा व्यक्तिगत् अंतर

सिंगापुर विश्वविद्यालय के एक औद्योगिक अभिकल्पना स्नातक को एक कार्यशाला में साधारण वस्तुओं का उपयोग करके एक सामान्य समस्या का एक नवीन हल निकालने की चुनौती मिली l उसने एक वास्कट(vest) बनाया जिससे रेल और बसों में भीड़ से सुरक्षा मिल सके l इस वास्कट में प्लास्टिक की लम्बी, लचीली कीलें लगीं थीं जो आमतौर पर पौधों को पक्षियों और…

अलविदा कहना

अलविदा कहना कठिन है - परिजनों को और मित्रों को, एक पसंदीदा और परिचित स्थान को, एक व्यवसाय अथवा आजीविका को l

लूका 9:57 - 62 में प्रभु ने उसका शिष्य बनने की कीमत बताया l एक होनेवाला शिष्य यीशु से कहता है, “हे प्रभु मैं तेरे पीछे हो लूँगा; पर पहले मुझे जाने दे कि अपने घर के लोगों…