मेरे पूर्वज मिशिगन के आरम्भिक निवासी थे । उन्होंने धरती साफ किया, खेती की, और अपने परिवार के लिए भोजन हेतु बगीचा लगाया । यह कृषिक झुकाव पीढ़ी दर पीढ़ी चला आ रहा है । मेरे पिता मिशिगन कृषिभूमि पर पले बढ़े और उनको बागबानी पसन्द था और इसलिए मुझे भी बागबानी और उपजाऊ मिट्टी की गन्ध पसन्द है । खूबसूरत फूल लगाना और हमारे आंगन को खूबसूरत बनानेवाले सुगन्धित गुलाब के पौधों की देखभाल अतीत का मेरा आनन्द था । घास फूस को छोड़ दें तो यह अद्भुत होता ।
घास फूस से संघर्ष करते समय मुझे अदन की वाटिका स्मरण आती है; परमेश्वर के प्रति आदम और हव्वा की आज्ञाकारिता तक यह एक सम्पूर्ण बगीचा था, उसके बाद काँटे और उटकटारें उगने लगीं जो उनके लिए और आज तक हर माली के लिए एक वास्तविकता है(उत्प. 3:17-18) ।
बाइबिल एक और बगीचा बताती है-गतसमनी का बगीचा जहाँ मसीह ने अदन के बगीचे में पाप का परिणाम उलटने हेतु एक नया मार्ग ढूँढ़ने के लिए अपने पिता से अति पीड़ा में आग्रह किया । गतसमनी में, यीशु ने महादुःख में इन शब्दों द्वारा अपना पूर्ण समर्पण किया: “तेरी इच्छा पूरी हो”(मत्ती 26:42) ।
इसलिए कि यीशु ने उस बगीचे में समर्पण किया, हम उसके अद्भुत अनुग्रह का लाभ प्राप्त करते हैं । उसके द्वारा हमारे जीवन से पाप हटाने में हम उसका पूर्ण सहयोग करें ।