भूतपूर्व NBA प्लेयर डेविड वुड का स्पेनिश बास्केटबाल कप फाइनल खेलते हुए, मैं उसके साथ था l एक गेम से पूर्व उसने भजन 144:1 पढ़ा: “धन्य है यहोवा, … वह मेरे हाथों को … तैयार करता है l” वह मेरी ओर मुड़कर बोला, “आपको पता है? यह पद मानो परमेश्वर ने यह मेरे लिए लिखा है ! वह मेरे हाथों को बॉल पकड़ने और मारने हेतु तैयार करता है!” डेविड ने बास्केटबॉल खेलने की बुलाहट पाई थी और सीखा था कि परमेश्वर हमें लेकर अपने अनुसार योग्य बनता है l
हम अपने को परमेश्वर के लिए अयोग्य समझ सकते हैं l जब परमेश्वर ने मूसा को इस्राएलियों को बताने को कहा कि वह उन्हें मिस्रियों से स्वतंत्र करेगा(निर.3:16-17), मूसा ने अपने को अयोग्य माना l उसने परमेश्वर से कहा, मैं बोलने में निपुण नहीं, न … था, …. मैं तो मुहं और जीभ का भद्दा हूँ”(4:10) l संभवतः मूसा को कोई वाणी दोष था, या केवल वह भयभीत था, किन्तु परमेश्वर ने उसकी अयोग्यता को अपनी प्रप्याप्त्ता से पराजित कर दिया l परमेश्वर ने कहा, “अब जा, मैं तेरे मुख के संग होकर जो तुझे कहना होगा वह तुझे सिखाऊंगा”(पद.12) l
परमेश्वर केवल चाहता है हम उसकी योजनाओं का अनुसरण करें l बाकी उसका काम है l उसके मजबूत हाथों में, आप दूसरों के लिए आशीष बन सकते हैं l