2009 की सर्दियों में, एक बड़े सवारी वायुयान ने न्युयोर्क के हडसन नदी में इमरजेंसी लैंडिंग की l चालक, कप्तान चेसली सलनबर्गर ने, जिसने हानि बगैर यान को सुरक्षित उतार दिया, से हवा में उन क्षणों के विषय पूछा गया जब वह जीवन-अथवा-मृत्यु के निर्णय का सामना कर रहा था l “इसको एक दृष्टिकोण से देखने का तरीका यह हो सकता है,” उसने कहा, “कि बीते 42 वर्षों से वह अनुभव, शिक्षा, और प्रशिक्षण के बैंक में निरंतर जमा कर रहा था l और [उस दिन] शेष(balance) पर्याप्त था इसलिए मैं एक बड़ी निकासी कर सका l”

हममें से अनेक किसी न किसी समय संकट का सामना करेंगे l शायद काम से निकाला जाना अथवा चिकित्सीय जांच का परिणाम, या परिवार के एक सदस्य या मित्र की मृत्यु l इन्हीं समयों में हमें अपने आध्यात्मिक बैंक एकाउंट के संचय में जाना चाहिए l

और वहां हमें क्या मिलेगा? यदि हमने परमेश्वर के साथ गहरे संबंद का आनंद लिया है, हमने विश्वास में निरंतर “जमा” किया है l हमनें उसके अनुग्रह का अनुभव किया है (2 कुरिं. 8:9; इफि. 2:4-7) l हम वचन की प्रतिज्ञा पर भरोसा करते हैं कि परमेश्वर सच्चा और विश्वासयोग्य है (व्यव. 32:4; 2 थिस. 3:3) l

परमेश्वर का प्रेम और अनुग्रह उसके बालकों के लिए उपलब्ध है जब वे “निकासी” करना चाहते हैं (भजन 9:10; इब्रा. 4:16) l