कई वर्ष पूर्व एक परिवारिक त्रासदी के विषय लिखने के बाद मुझे हमारी प्रतिदिन की रोटी के एक पाठक का पत्र प्राप्त हुआ l “जब आपने अपनी त्रासदी के विषय बताया,” उस व्यक्ति ने लिखा, “मैंने पहचाना कि लेखक असली समस्या के साथ असली लोग हैं l यह कितना सच है! मैं लोगों की सूची को देखता हूँ जो इन लेखों को लिखते हैं, और मैं कैंसर और बिगड़े बच्चे और अधूरे सपनों और अनेक प्रकार की हानि देखता हूँ l हम वास्तव में केवल नियमित, असली लोग हैं जो असली परमेश्वर के विषय लिखते हैं जो हमारी असली समस्याओं को समझता है l

असली लोगों के प्रसिद्धि कक्ष में पौलुस श्रेष्ट दिखता है l उसे शारीरिक समस्या थी l उसके पास कानूनी समस्या थी l उसे अंतर्व्यक्तिक संबंधों से संघर्ष भी करना पड़ता था l और इन सब अप्रिय सच्चाइयों के मध्य, वह हमारे लिए एक नमूना प्रस्तुत कर रहा था l फिलिप्पियों 3:17 में उसने कहा, “हे भाइयों, तुम सब मिलकर मेरी सी चाल चलो, और उन्हें पहिचान रखो जो इस रीति पर चलते हैं जिसका उदहारण तुम हम में पाते हो l”

हमारे चारों ओर के लोग जिन्हें सुसमाचार चाहिए – जिन्हें यीशु चाहिए – विश्वसनीय लोग खोज रहे हैं जो उन्हें हमारे उद्धारकर्ता की ओर इंगित कर सकें l और इसका अर्थ है कि हमें असली होना होगा l