आपके और मेरे बीच कुछ सामान्य है l हम परेशान, दूषित संसार में रहते हैं और कुछ नया नहीं है l आदम और हव्वा, यद्यपि, शाप के पूर्व का जीवन स्मरण कर सकते थे l वे परमेश्वर के इच्छित संसार को याद कर सकते थे – मृत्यु, कठिनाई, और पीड़ा मुक्त (उत्पत्ति 3:16-19) l पूर्व के अदन में, भूख, बेरोज़गारी, और बीमारी का अस्तित्व नहीं था l कोई भी परमेश्वर की रचना की शक्ति पर या मानव संबंधों के लिए उस योजना पर ऊँगली नहीं उठाता था l
हमें विरासत में मिला संसार परमेश्वर के सिद्ध वाटिका के केवल कुछ-कुछ सदृश्य है l सी.एस. लुईस का सन्दर्भ देते हुए, “यह एक अच्छा संसार बुरा हो गया है, किन्तु [यह] अभी भी अपने पूर्ववत् छवि को धारण किये हुए है l” संयोगवश, पृथ्वी का धूमिल स्मरण कि उसे कैसा होना था अनंतता में एक भविष्यसूचक झलक भी है l वहां, जिस तरह आदम और हव्वा परमेश्वर के साथ घूमते और बातचीत करते थे, विश्वासी उसका चेहरा देखेंगे और सीधे उसकी सेवा करेंगे l परमेश्वर और हमारे बीच कुछ नहीं होगा l “फिर शाप न होगा” (प्रका. 22:3) l पाप, भय और लज्जा न होगी l
अतीत और उसका परिणाम वर्तमान पर प्रतिछाया ला सकता है, किन्तु एक विश्वासी की नियति में कुछ बेहतर प्रतिज्ञा है – अदन की तरह परिपूर्ण स्थान का जीवन l