क्लेवलैंड ब्राउन्स फुटबॉल का आजीवन प्रशंसक होकर, मैंने अपने हिस्से का निराशा लेकर ही बड़ा हुआ l चारों टीम में से एक का होने के बावजूद जो कभी भी सुपर बोल चैंपियनशिप खेल में नहीं खेली, ब्राउन्स टीम के प्रशंसक साल दर साल उसके साथ खड़े रहते हैं l लेकिन इसलिए कि प्रशंसकों को निराशा मिलती है, अनेक गृह स्टेडियम को “दुःख का कारखाना” संबोधित करते हैं l

टूटा संसार जिसमें हम रहते हैं, भी “दुःख का कारखाना” हो सकता है l हमारे चुनावों के कारण या हमारे नियंत्रण से बाहर यहाँ व्यथा और निराशा की अंतहीन आपूर्ति है l

फिर भी मसीह के अनुयायी के पास आशा है – केवल आनेवाले जीवन में नहीं परन्तु इस दिन के लिए भी l यीशु ने कहा, “मैं ने ये बातें तुम से इसलिए कही है कि तुम्हें मुझ में शांति मिले l संसार में तुम्हें क्लेश होता है, परन्तु ढाढ़स बांधो, मैं ने संसार को जीत लिया है” (यूहन्ना 16:33) l ध्यान दें कि हमारे द्वारा अनुभव किये जानेवाले दुःख को जिसे हम कम नहीं कर सकते हैं, मसीह उसका सामना शांति, आनंद, और आखिरी विजय की प्रतिज्ञाओं के साथ करता है l

मसीह में महान शांति उपलब्ध है, और जीवन द्वारा लाये गए समस्त बातों में हमारी सहायता करने में सक्षम है l