15 वर्षीय विल्सन बेंटली हिमकणों के जटिल सुन्दरता देखकर मुग्ध हो गया l आकर्षण से उनको एक पुराने सूक्ष्मदर्शी से देखकर उनके सैकड़ों विशिष्ट रचना बनाए, किन्तु उनके शीघ्र गलने से वह उनका विवरण रख न सका l अनेक वर्षों बाद, 1885 में, उसने एक बेलो कैमरा के साथ एक सूक्ष्मदर्शी जोड़कर और अनेक कोशिशों और गलतियों के बाद हिमकणों के चित्र खींचे l अपने जीवनकाल में बेंटली 5,000 चित्र लिए और सारे अनोखे थे l उसने उनको “सुन्दरता के छोटे आश्चर्य” और “बर्फ के फूल” कहा l
दो हिमकण एक से नहीं होते हैं लेकिन एक ही श्रोत से आते हैं l मसीह के अनुयायियों के साथ ऐसा ही है l हम सब एक ही सृष्टिकर्ता और उद्धारकर्ता से हैं फिर भी भिन्न l परमेश्वर अपनी महिमामय योजना में विभिन्न लोगों को एक संगठित पूर्णता में लाकर भिन्न तरीके से वरदान दिए हैं l विश्वासियों के वरदानों का वर्णन पौलुस इस तरह करता है : “वरदान तो कई प्रकार के हैं, परन्तु आत्मा एक ही है; और सेवा भी कई प्रकार की हैं, परन्तु प्रभु एक ही है; और प्रभावशाली कार्य कई प्रकार के हैं, परन्तु परमेश्वर एक ही है, जो सब में हर प्रकार का प्रभाव उत्पन्न करता है” (1 कुरिं. 12:4-6) l
दूसरों की सहायता और सेवा करते समय आप अद्वितीय सहयोग कर सकते हैं, परमेश्वर का धन्यवाद l