द साउंड ऑफ़ म्यूजिक, एक सबसे अधिक सफल संगीतमय फिल्म रही, जो 1965 में चलचित्र के रूप में रिलीज़ हुई l इसने पांच एकेडमी एवार्ड को मिलाकर अनेक पुरस्कार जीते, और सम्पूर्ण संसार में लोगों के हृदय और आवाज़ जीत लिये l अर्ध शताब्दी से अधिक के बाद भी, लोग फिल्म के विशेष प्रदर्शन में अपने पसंदीदा चरित्रों के वस्त्र धारण करके प्रदर्शन के समय साथ में गाते हैं l
संगीत हमारे हृदयों में गहराई से जड़वत है l यह यीशु के अनुयायियों के लिए, विश्वास के सफ़र में परस्पर उत्साहित करने का एक सशक्त माध्यम है l पौलुस ने कुलुस्सियों के विश्वासियों से आग्रह किया, “मसीह के वचन को अपने हृदय में अधिकाई से बसने दो, और सिद्ध ज्ञान सहित एक दुसरे को सिखाओ और चिताओ, और अपने मन में अनुग्रह के साथ परमेश्वर के लिए भजन और स्तुतिगान और आत्मिक गीत गाओ” (कुलु. 3:16) l
साथ में प्रभु के लिए गाने से उसका प्रेम सन्देश हमारे मस्तिष्क और आत्मा में अंतःस्थापित हो जाता है l चाहे हमारा हृदय पुकारता हो, “हे परमेश्वर, मेरे अन्दर शुद्ध मन उत्पन्न कर” (भजन 51:10), या एक आनंद की पुकार, “और वह युगानुयुग राज्य करेगा” (प्रका.11:15), परमेश्वर को ऊंचा करने वाला संगीत के शक्ति हमारे हृदयों को उठाकर हमें शांति देती है l
आकर आज प्रभु के लिए गाएँ l