स्टिग करनेल ने अपनी मृत्यु पूर्व, स्थानीय अन्तिम संस्कार गृह से उसकी मृत्यु पर पारंपरिक मृत्युलेख नहीं लिखने को कहा l इसकी जगह, स्विडिश व्यक्ति ने उनको केवल तीन शब्द लिखने को कहा : “मैं मर गया l” जब श्री करनेल की मृत्यु 92 वर्ष में हुई, वही लिखा गया l उनकी असामान्य मृत्यु की सूचना की दुस्साहस और सहजता ने पूरे संसार के अखबारों का ध्यान खींचा l एक विचित्र मोड़ में, इस व्यक्ति के विषय तीन शब्दों वाला मृत्युलेख उसकी मृत्यु के विषय उसकी सोच से अधिक अंतर्राष्ट्रीय जिज्ञासा उत्पन्न कर दी l
जब यीशु क्रूसित हुआ, प्रभु का मृत्युलेख कुछ इस तरह हो सकता था , “वह मर चुका l” किन्तु तीन दिन पश्चात्, वह प्रथम पृष्ठ के समाचार में बदल गया होता, “वह जीवित है!” नया नियम का अधिकतर भाग मसीह के पुनरुत्थान की घोषणा करता है और उसको समझाता है l “मसीह … जो मर गया वरन् … जी भी उठा, और परमेश्वर की दाहिनी ओर है, और हमारे लिए निवेदन भी करता है l कौन हमको मसीह के प्रेम से अलग करेगा? … हम उसके द्वारा जिसने हमसे प्रेम किया है, जयवंत से भी बढ़कर हैं” (रोमियों 8:34-37) l
यीशु का तीन शब्दों वाला मृत्युलेख, “वह मर गया,” हमारे उद्धारकर्ता की प्रशंसा के अनंत स्तुति में रूपांतरित हो गया है l वह जी उठा! वह सचमुच जी उठा है!