मात्र चाभी का गुच्छा l जूते के फीते से बंधे पाँच छोटे कुंदे l मेरी बेटी ने मुझे दी थी जब वह सात वर्ष की थी l आज वह पुराना होकर टूटने लगा है, किन्तु पुराना नहीं होनेवाला सन्देश देता है : “मैं पापा से ♥ करती हूँ l”
सर्वोत्तम बहुमूल्य उपहार कितने का है से नहीं किन्तु किसने दिया है से निर्धारित होता है l किसी माता-पिता से पूछें जिन्होंने कभी किसी प्रेमी से फूलों का गुलदस्ता प्राप्त किया हो l सर्वोत्तम उपहार पैसे में नहीं परन्तु प्रेम में आंके जाते हैं l
जकर्याह ने समझ लिया था l हमने उसके भविष्यसूचक गीत में सुन लिया जब उसने पुत्र यूहन्ना पाकर परमेश्वर की प्रशंसा की (लूका 1:67-79) l जकर्याह यूहन्ना का नबी बनकर सभी लोगों को परमेश्वर का सर्वोत्तम उपहार-भावी अभिषिक्त-की घोषणा करनेवाला बनने के लिए उसकी प्रशंसा की : “यह हमारे परमेश्वर की उसी बड़ी करुणा से होगा; जिसके कारण ऊपर से हम पर भोर का प्रकाश उदय होगा” (लूका 1:78) l ये शब्द अत्यधिक प्रेम से दिए हुए उस उपहार की ओर इशारा करते हैं जो “अन्धकार और मृत्यु की छाया में बैठनेवालों को भी ज्योति” देगी (1:79) l
कोमल करुणा-यीशु द्वारा हमारे पापों की क्षमा, परमेश्वर से मिलनेवाला मधुरतम उपहार है l क्रूस पर उसे उपहार की बड़ी कीमत देनी पड़ी, किन्तु अत्यधिक प्रेम के कारण वह इसे मुफ्त देता है l