सैन्य आज्ञा, “अंकन समय, कदम ताल” अर्थात् बिना आगे बढ़े कदम ताल l यह अग्रवर्ती चाल में क्रियाशील विराम हैं मानसिक रूप से अगली आज्ञा के लिए तैयार l
दैनिक भाषा में, शब्द अंकन समय का अर्थ हो गया है “बिना गति प्रगति, कहीं नहीं जाना, ठहरे रहकर कुछ भी नहीं करना l” यह बेकार, व्यर्थ प्रतीक्षा है l
तुलनात्मक तौर पर, बाइबल में शब्द प्रतीक्षा का अर्थ अक्सर “उत्सुकता से आशा की ओर, के प्रति, और अपेक्षा से देखना है l” अत्यधिक परेशानी में भजनकार लिखता है : “हे मेरे परमेश्वर, मैंने तुझी पर भरोसा रखा है, मुझे लज्जित होने न दे; मेरे शत्रु मुझ पर जयजयकार करने न पाएँ l वरन् जितने तेरी बाट जोहते हैं उन में से कोई लज्जित न होगा” (भजन 25:2-3) l
हमें जिन बातों की प्रतीक्षा करनी है उसके सम्बन्ध में हमारे पास कोई चुनाव नहीं है-एक चिकित्सीय जांच, एक नौकरी साक्षात्कार परिणाम, किसी प्रिय की वापसी-किन्तु कैसे प्रतीक्षा की जाए हम यह निर्णय कर सकते हैं l डर या उदासीन होने की अपेक्षा हम एक स्थान में “कदम टाल” करते हुए प्रतिदिन क्रियाशीलता से परमेश्वर से सामर्थ्य और दिशा मांग सकते हैं l
“हे यहोवा, अपने मार्ग मुझे को दिखला; अपना पथ मुझे बता दे l मुझे अपने सत्य पर चला और शिक्षा दे, क्योंकि तू मेरा उद्धार करनेवाला परमेश्वर है” (पद. 4-5) l