मेरे बच्चे की नीली आँखें उत्तेजित थीं जब उसने मुझे एक कागज़ दिखाया जो वह अपने स्कूल से लाया था l वह एक गणित की परीक्षा थी जिसमें लाल तारा बना था और ग्रेड 100 अंकित था l जब हम उस परीक्षा को देख रहे थे, उसने कहा किस टीचर के समय समाप्त की सूचना देने समय उसके तीन प्रश्न शेष थे l सोच कर मैंने उससे पुछा कि पूर्ण अंक कैसे मिले l उसका उत्तर था, “मेरी टीचर ने मुझे अनुग्रह दिया l उसने मुझे समय के बाद भी परीक्षा समाप्त करने दिया l

जब मेरा बेटा और मैं अनुग्रह के अर्थ पर चर्चा कर रहे थे, मैंने इंगित किया कि परमेश्वर ने मसीह में हमें हमारी योग्यता से अत्यधिक दिया है l हमारे पापों के कारण हम मृत्यु के लायक थे (रोमियों 3:23) l फिर भी, “जब हम पापी ही थे तभी मसीह हमारे लिए मरा” (5:8) l हम अयोग्य थे, किन्तु यीशु-निर्दोष और पवित्र-अपने को बलिदान किया ताकि हम पाप के दण्ड से छूटकर एक दिन स्वर्ग में सर्वदा रह सकें l

अनंत जीवन परमेश्वर की ओर से एक उपहार है l इसे हम कमा नहीं सकते l हम विश्वास द्वारा परमेश्वर के अनुग्रह से बचाए गए हैं (इफि.2:8-9 )l