“पापा, आपको काम पर क्यों जाना है?” मेरी किशोरी पुत्री का सवाल मेरे साथ उसके खेलने की उसकी इच्छा से प्रेरित था l मैं काम को छोड़कर उसके साथ समय बिताना पसंद करता, लेकिन काम की लम्बी बढ़ती सूची थी जिन पर मुझे ध्यान देना ज़रूरी था l सवाल, फिर भी, अच्छा है l हम काम क्यों करते हैं? क्या ये केवल अपने लिए और अपने प्रियजनों के लिए प्रबंध करना है? उस श्रम के विषय क्या जो अवैतनिक है – हम ऐसा क्यों करते हैं?
उत्पत्ति 2 हमें बताता है कि परमेश्वर ने पहले मानव को वाटिका में इसलिए रखा कि वह “उसमें काम करे और उसकी रक्षा करे” (पद.15) l मेरे ससुर एक किसान हैं, और वह अक्सर मुझसे भूमि और पशुधन के प्रति अपने सच्चे प्यार के विषय बताते हैं l यह सुन्दर है, लेकिन यह उनके लिए अनवरत सवाल छोड़ देता है जो अपने काम से प्यार नहीं करते हैं l क्यों परमेश्वर ने हमें एक ख़ास स्थान पर एक ख़ास काम के साथ रखा है?
उत्पत्ति 1 हमें उत्तर देता है l हमें परमेश्वर के स्वरुप में रचा गया है कि हम उसके द्वारा बनाए गयी सृष्टि की सावधानी से रखवाली करें (पद.26) l सृष्टि की रचना की गैर-मसीही कहानियाँ बताती हैं कि ‘कथित ईश्वरों” ने मनुष्यों को अपने दास होने के लिए बनाया है l उत्पत्ति घोषणा करती है कि एकमात्र सच्चे परमेश्वर ने मनुष्यों को अपना प्रतिनिधि बनाया है – उसके पक्ष में उसकी सृष्टि की देखभाल करने के लिए l काश हम सब उसकी बुद्धिमान और प्रेमी व्यवस्था को इस संसार में प्रतिबिंबित करें l काम परमेश्वर के संसार में उसकी महिमा के लिए उसे उन्नत करने की एक बुलाहट है l
वह कौन सा कार्य है जो परमेश्वर ने आपको करने के लिए दिया है? आप किस प्रकार उसके अनुग्रह से इस “खेत” में खेती कर सकते हैं कि उसमें सुव्यवस्था हो और उसका परिणाम अच्छा हो?
प्रिय परमेश्वर, संसार में आपके काम में शामिल होने के सम्मान के लिए धन्यवाद l जीवन में और अपने काम के स्थान पर आपके प्यार, ज्ञान और व्यवस्था को प्रतिबिंबित करने में मेरी मदद करें l