आंटी मार्गरेट की कमखर्ची प्रसिद्ध थी। उसके गुजर जाने के बाद, उसकी भतीजियों ने उसके सामान को छांटने का पुरानी यादों से भरा दुःख और ख़ुशी का काम शुरू किया। । उन्होंने एक दराज में, बड़े करीने से एक छोटे से प्लास्टिक बैग के अंदर, डोरी के छोटे टुकड़ों के कई चीज़ें को पाया। लेबल पर लिखा था : “डोरी उपयोग करने के लिए बहुत छोटी है।“ किसी को किसी ऐसी चीज़ को रखने और श्रेणीबद्ध करने के लिए क्या प्रेरित करेगा जिसे वह जानता हो कि वह किसी काम की नहीं है? शायद यह व्यक्ति कभी अत्यधिक तंगी जानता था।
जब इस्राएली मिस्र की गुलामी से भागे थे, तो वे अपने पीछे कठिनाई भरा जीवन छोड़ आए थे। लेकिन वे जल्द ही उनको वहाँ से निकालने में परमेश्वर के चमत्कारी हाथ को भूल गए और भोजन की कमी की शिकायत करने लगे। परमेश्वर चाहता था कि वे उस पर भरोसा करें। जंगल में उनके भोजन के लिए उसने उन्हें मन्ना दिया, उसने मूसा से कहा, “ये लोग प्रतिदिन बाहर जाकर प्रतिदिन का भोजन इकठ्ठा करेंगे” (निर्गमन 16:4) । परमेश्वर ने उन्हें यह भी निर्देश दिया कि वे छठे दिन दूना इकट्ठा करें, क्योंकि सब्त के दिन कोई मन्ना नहीं गिरेगा (पद. 5,25) । कुछ इस्राएलियों ने सुना । कुछ ने नहीं सुनी, जिसका परिणाम पूर्वानुमानित था। (पद. 27-28) ।
बहुतायत के समय में और निराशा के समय में, नियंत्रित करने की बेताब कोशिश में, पकड़े रखना और जमाखोरी करना ललचानेवाला हो सकते हैं। पर सब कुछ अपने उत्तेजित हाथों में लेने की आवश्यकता नहीं है। “डोरी के टुकड़े जमा करने” की आवश्यकता नहीं है—या कुछ भी जमा करने की आवश्यकता नहीं है । हमारा विश्वास परमेश्वर पर है, जिसने प्रतिज्ञा की है, “मैं तुझे कभी न छोडूंगा; मैं तुझे कभी न त्यागूंगा” (इब्रानियों 13:5) ।
आप किन तरीकों से कभी-कभी चीज़ों को अपने हाथों में ले लेते हैं? अतीत में परमेश्वर ने आपके प्रति विश्वासयोग्य होने को कैसे सिद्ध किया है?
पिता, आपकी बात मानने और हर बात जो आप कहते हैं उस पर भरोसा करने में मेरी मदद करें ।