अमेरिकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन के बेटे, रॉबर्ट टॉड लिंकन, तीन प्रमुख घटनाओं के लिए उपस्थित थे- अपने ही पिता की मृत्यु के साथ-साथ राष्ट्रपति जेम्स गारफील्ड और विलियम मैककिनले की हत्याएं।
लेकिन गौर कीजिए कि प्रेरित यूहन्ना इतिहास की चार सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में मौजूद था: यीशु का अंतिम भोज, गतसमनी में मसीह की पीड़ा, यीशु का क्रूस पर चढ़ाया जाना, और उसका पुनरुत्थान। यूहन्ना जानता था कि इन घटनाओं का गवाह बनना ही, इन क्षणों में उसकी उपस्थिति का अंतिम कारण था। । यूहन्ना 21:24 में उसने लिखा, “यह वही चेला है, जो इन बातों की गवाही देता है, और जिस ने उन्हें लिख भी लिया है। हम जानते हैं कि उसकी गवाही सच्ची है।”
यूहन्ना ने, 1 यूहन्ना के अपने पत्र में इसकी पुष्टि की। उसने लिखा, “वह जो आदि से था, जिसे हम ने सुना, और जिसे अपनी आंखों से देखा, और जिसे हम ने ध्यान से देखा, और जिसे हम ने छूआ है, उसका प्रचार करते हैं” (1:1)। यूहन्ना को लगा कि यह उसका कर्तव्य है कि वह यीशु के बारे में अपनी प्रत्यक्षदर्शी कहानी साझा करे। क्यों? उसने कहा, “जो कुछ हम ने देखा और सुना है, उसका समाचार तुम्हें भी देते हैं, इसलिये कि तुम भी हमारे साथ सहभागी हो” (पद. 3)।
हमारे जीवन की घटनाएँ आश्चर्यजनक या साधारण हो सकती हैं, लेकिन दोनों ही स्थितियों में परमेश्वर उन्हें आयोजित कर रहा है ताकि हम उसकी गवाही दे सकें। जैसा कि हम मसीह के अनुग्रह और ज्ञान में विश्राम करते हैं, काश हम जीवन के आश्चर्यजनक क्षणों में भी उसके लिए बोल सकें।
आपके विश्वास की कहानी के कुछ और आश्चर्यजनक पहलू क्या हैं? आप अपनी कहानी किसी ऐसे व्यक्ति के साथ कैसे साझा करेंगे जिसे परमेश्वर के प्रेम के बारे में सुनने की आवश्यकता है?
यीशु, कृपया मुझे उन समयों के प्रति संवेदनशील होने में मदद करें जब मैं दूसरों के साथ साझा कर सकता हूं कि आप हमसे कितना प्यार करते हैं।