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Articles by ऐनी सिटास

और आप?

एमिली मित्रों को परिवार के संग धन्यवाद देना सुन रही थी l गैरी ने कहा, “हम बारी-बारी परमेश्वर के प्रति धन्यवाद का कारण बताते हैं l”

एक अन्य मित्र ने पारिवारिक धन्यवाद भोज और प्रार्थना समय का वर्णन करते हुए  अपने पिता की मृत्यु पूर्व उनके साथ का समय याद किया, “यद्यपि पिता मनोभ्रंश(Dementia) पीड़ित थे, उनकी धन्यवाद की प्रार्थना स्पष्ट थी l” रैंडी ने बताया, “मेरा परिवार छुट्टी के दिन गाने का विशेष समय आयोजित करता है l मेरे दादा गाते चले जाते हैं!” अपने परिवार के विषय एमिली की उदासी और इर्ष्या बढ़ती गई, उसकी शिकायत थी : “हमारी परंपरा केवल पेरू पक्षी खाना, टेलेविज़न देखना होता है l”  

एमिली ने अपने व्यवहार में असहजता महसूस करके खुद से पुछा, “तुम उस परिवार का हिस्सा हो l तुम दिन को बदलने के लिए क्या कुछ अलग कर सकती हो?  दिन आने पर, उसने सब को अलग से धन्यवाद दिया कि वे उसकी बहन, भांजी, भाई, या पौत्री हैं l उन्होंने प्रेम अनुभव किया l यह कठिन था क्योंकि उसके परिवार में यह स्वाभाविक संवाद नहीं था, किन्तु ऐसा करके वह आनंदित हुई l  

पौलुस ने लिखा, “तुम्हारे मुँह से ... आवश्यकता के अनुसार वही निकले जो उन्नति के लिए उत्तम हो, ताकि उससे सुननेवालों पर अनुग्रह हो” (इफिसियों 4:29) l हमारे धन्यवाद के शब्द दूसरों को हमारे और परमेश्वर के प्रति महत्व का ताकीद देंगे l

एक दिखावा

केरी लोगों से प्रशंसा चाहती है l वह अधिकतर समय खुद को प्रसन्न दिखाती है ताकि लोग उसके आनंदित व्यवहार को देखकर उसकी तारीफ करें l कुछ लोग उसे लोगों की सहायता करते देखकर उसको सराहते हैं l किन्तु एक पारदर्शी क्षण में केरी स्वीकार करेगी, “मैं प्रभु से प्रेम करती हूँ, किन्तु कहीं-कहीं मुझे मेरा जीवन एक दिखावा लगता है l” दूसरों के सामने भला दिखाई देने के उसके अधिकतर प्रयास के पीछे उसकी अपनी असुरक्षा का भाव है, और उसके अनुसार इसे बनाए रखने में समय की किल्लत हो रही है l

हम संभवतः किसी न किसी तरह इससे सम्बंधित हैं क्योंकि सिद्ध इरादे असंभव हैं l हम प्रभु और दूसरों से प्रेम करते हैं, किन्तु मसीही जीवन जीने के हमारे इरादे महत्व अथवा प्रशंसा पाने की हमारी इच्छा में मिश्रित है l

यीशु दिखावे के लिए देनेवालों, प्रार्थना करनेवालों, और उपवास करनेवालों के विषय बातचीत किया (मत्ती 6:1-6) l उसने पहाड़ी उपदेश में सिखाया, “तेरा दान गुप्त रहे,” “गुप्त में प्रार्थना कर,” और “प्रार्थना करो, तो कपटियों के सामान तुम्हारे मुँह पर उदासी न छाई रहे” (पद.4,6,16) l

सेवा अक्सर सार्वजनिक तौर पर होती है, किन्तु गुप्त सेवा हमें हमारे विषय परमेश्वर के विचार में विश्राम करना सिखाएगा l जिसने हमें अपने स्वरुप में बनाया है, हमें इतना महत्व देता है कि उसने प्रतिदिन अपना प्रेम दिखने हेतु अपने पुत्र को दे दिया l

क्या यह हमारे लिए अनिवार्य है?

जोई ने प्रार्थना से बच्चों का कार्यक्रम आरंभ करके उनके साथ गीत गाया l छः वर्षीय इम्मानुएल कसमसाया जब उसने, शिक्षक एरोन का परिचय कराते समय पुनः प्रार्थना की l तब एरोन ने अपनी बातें प्रार्थना से आरंभ और अंत की l इम्मानुएल की  शिकायत थी : “चार  प्रार्थनाएँ ! मैं इतनी देर नहीं बैठ सकता!”

यदि आपके लिए इम्मानुएल…

एक बुलबुले का फूटना

एटलान्टिक सिटी के छोड़े सड़क पर एक बच्चा हमारी ओर दौड़ता हुआ आकर मेरे पति, कार्ल और मुझ पर बुलबुले बरसाए l  एक कठिन दिन में यह हल्का और आनंददायक था l हम हॉस्पिटल में अपने बहनोई से मिलने और कार्ल की संघर्षरत बहन को डॉक्टर से भेंट करवाने आए थे l इस तरह हम कुछ समय निकालकर समुद्र तट…

डींगमार

2015 की गर्मी में, प्रमास्तिश्काघात पीड़ित लोगों की ज़रूरतों के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने हेतु 15 वर्षीय हन्टर ने अपने 8 वर्षीय भाई ब्रेडन को अपनी पीठ पर उठाकर 57 मील चला l ब्रेडन का वजन 60 पौंड होने के कारण हन्टर को खुद को सीधा करने हेतु बार-बार रुकना पड़ा, और शारीरिक परेशानी से बचने के लिए उसने विशेष…

संग हो लेना

माई आस्या के तीस सहपाठी और उनके अभिभावकों ने उसे आकुलता से अपनी पांचवीं कक्षा दीक्षांत समारोह में मंच से बोलने के लिए जाते देखा l  प्राचार्य द्वारा माइक्रोफोन को उसकी उंचाई तक ठीक करने पर, उसने अपनी पीठ माइक्रोफोन और दर्शकों की ओर फेर दी l दर्शकों ने उत्साहित किया : “प्रिय, तुम कर सकती हो l” किन्तु वह…

मेरे पीछे दोहराएँ

एक समारोह में मंच पर माइक्रोफोन में रेबेका का पहला वाक्य कमरे में गूँज गया l उसके लिए अपने शब्दों को सुनना निराशा थी, और उसे दोषयुक्त ध्वनि प्रणाली के अनुकुल अपने को संयोजित करके अपने द्वारा बोले गए शब्द और प्रत्येक प्रतिध्वनि को नज़रंदाज़ करना पड़ रहा था l

कल्पना करें खुद द्वारा बोले गए सभी बातों को दोहराए…

क्या वह भला है?

“मैं नहीं सोचती परमेश्वर भला है,” मेरी सहेली बोली l वर्षों तक कुछ कठिन बातों के लिए प्रार्थना करने पर भी कुछ नहीं सुधरा था l परमेश्वर की चुप्पी पर उसका क्रोध और कड़वाहट बढ़ गया था l मैं जानती थी, कि वह विश्वास करती थी परमेश्वर भला है, किन्तु सतत दुःख और परमेश्वर की प्रकट अरुचि से शंकित थी…

अनुग्रह द्वारा चकित

मिशिगन, ग्रैंड रैपिड्स, की एक स्त्री अपने पति के बिस्तर पर सो जाने के बाद सोफे पर ही सो गई l खिसकाने वाले दरवाजे से कोई घर में घुस आया, जिसे पति-पत्नी बंद करना भूल गए थे l वह उनके शयन-कक्ष में घुसकर टेलीविजन चुराने लगा l पति ने उसे पत्नी समझकर फुसफुसाया, “प्रिय, सोने आओ l” चोर घबराकर टीवी…