मेरे पुत्र ने एक रोबोट प्राप्त कर उससे सरल काम करवाए l रोबोट आगे पीछे चला  रुका, बीप की आवाज़ निकाला और रिकॉर्ड की हुई आवाज़ पुनः सुनाया l उसने मेरे पुत्र के बताए हुए सब काम किये l वह अनायास कभी नहीं हँसा या किसी अनियोजित दिशा में मुड़ा l उसके पास कोई चुनाव नहीं था l

परमेश्वर ने मनुष्य बनाए, रोबोट नहीं l परमेश्वर ने हमें अपने स्वरुप में बनाए, अर्थात् हम सोच सकते हैं, तर्क, और निर्णय कर सकते हैं l हमें सही और गलत समझते हैं l यदि हमने परमेश्वर के प्रति अनाज्ञाकारिता की आदत बना ली है, हम अपने जीवनों को पुनः सही दिशा दे सकते हैं l

जब प्राचीन यहूदियों ने अपने को परमेश्वर के साथ परेशानी में देखा, उसने यहेजकेल नबी द्वारा उनसे बातें की l यहेजकेल ने कहा, “पश्चाताप करो और अपने सब अपराधों को छोड़ो, तभी तुम्हारा अधर्म तुम्हारे ठोकर खाने का कारण न होगा, … अपना मन और अपनी आत्मा बदल डालो” (यहे. 18:30-31) l

ऐसा परिवर्तन एक चुनाव से आरंभ हो सकता है, पवित्र आत्मा द्वारा समर्थ (रोमियों 8:13) l इसका अर्थ ठीक समय पर नहीं कहना l कोई बकवाद, लालच, जलन नहीं l कोई ______ (खाली स्थान आप भरें l) यदि आप यीशु को जानते हैं, आप पाप के दास नहीं l परमेश्वर की सहायता से, यह व्यक्तिगत क्रांति आज आरंभ हो सकती है l