अगस्त 2013 में, पेंसिलवेनिया, पिट्सबर्ग के फिफ्फस संरक्षिका में उष्णकटीबंधी पौधा मुर्दा फूल(corpse flower) को खिलते हुए देखने के लिए भीड़ इकट्ठा हुई l इसलिए कि यह इंडोनेशिया का देसी फुल है, और कई वर्षों में एक बार खिलता है, उसका खिलना एक चमत्कार है l खिलने के बाद, यह विशाल काँटोंवाला, खुबसूरत, लाल फूल सड़े मांस की तरह बदबू देता है l अपने बदबू के कारण, यह फुल मक्खियों और भ्रिंगों को आकर्षित करता है जो सड़े मांस को खोज रहे होते हैं l किन्तु उसमें मकरंद नहीं होता l
इस मुर्दा फुल की तरह, पाप प्रतिज्ञाएँ करता है किन्तु अंततः इनाम नहीं देता l आदम और हव्वा ने इसे कठिन तरीके से जाना l अदन तब तक खुबसूरत था जब तक कि उन्होंने परमेश्वर द्वारा निषेध कार्य नहीं किया l परमेश्वर की भलाइयों पर शंका करने की परीक्षा में पड़कर, उन्होंने अपने सृष्टिकर्ता की प्रेमी चेतावनी की अवहेलना करके जल्द ही अपनी निर्दोषता खो दी l परमेश्वर के भले-बुरे वृक्ष की खूबसूरती उनके लिए मुर्दा फूल बन गया l उनकी अनाज्ञाकारिता का इनाम अलगाव, दर्द, खालीपन, परिश्रम, और मृत्यु थी l
पाप आकर्षित करनेवाला एवं अच्छा महसूस होता है, किन्तु इसकी तुलना आश्चर्य, ख़ूबसूरती और परमेश्वर पर भरोसा और आज्ञाकारिता से नहीं हो सकती, जिसने हमें अपने जीवन एवं आनंद का भागिदार बनाया है l