सीधे पहाड़ों और उसके उत्तरी अक्षांश के कारण, जुकान, नॉर्वे को अक्टूबर से मार्च तक सूर्य का स्वाभाविक प्रकाश नहीं मिलता l नागरिकों ने सूर्य के प्रकाश के प्रतिबिम्बन द्वारा शहर के चौराहे को प्रकाशित करने हेतु पहाड़ों पर विशाल दर्पण लगाएँ हैं l सूर्योदय एवं सूर्यास्त के साथ बड़े दर्पणों के घुमने से लगातार प्रदीपन रहता है l

मैं मसीही जीवन को भी इसी परिदृश्य में विचारना चाहता हूँ l यीशु ने कहा उसके अनुयायी “जगत की ज्योति हैं”(मत्ती 5:14) l प्रेरित यूहन्ना ने लिखा कि सच्ची ज्योति, मसीह “अन्धकार में चमकती है”(यूहन्ना 1:5) l इसी प्रकार, यीशु हमें अपने संसार में अपना प्रकाश प्रतिबिम्बित करने बुलाता है : “तुम्हारा उजियाला मनुष्यों के सामने चमके कि वे तुम्हारे …. तुम्हारे पिता की, जो स्वर्ग में है, बड़ाई करें” (मत्ती 5:16) l घृणा, समस्या में धीरज, और विरोधी क्षणों में प्रेम दिखाना यही है l प्रेरित पौलुस भी ताकीद देता है, “तुम … अब प्रभु में ज्योति हो, अतः ज्योति की संतान के समान चलो”(इफि. 5:8) l

यीशु ने यह भी कहा, “जगत की ज्योति मैं हूँ; जो मेरे पीछे हो लेगा वह …. जीवन की ज्योति पाएगा “ (यूह. 8:12) l हमारा प्रकाश पुत्र यीशु का प्रतिबिम्ब है l जिस तरह सूर्य के बिना जुकान के बड़े दर्पण प्रकाश प्रतिबिम्बित नहीं कर सकते, उसी तरह यीशु के बिना हम भी कुछ नहीं l