मेरा और मेरे पुत्र का एलेक्ट्रोनिक्स्,फर्नीचर, और इस तरह की वस्तुओं को जोड़ने का तरीका भिन्न है l स्टीव निर्देशों को एक ओर करके यंत्रवत ढंग से जोड़ना आरंभ कर देता है l जब कि, मैं अपना ध्यान “आरंभ करने से पूर्व निर्देश पढ़ें” में लगता हूँ, तब तक वह आधी वस्तुओं को जोड़ चुका होता है l
कभी-कभी हम निर्देशों की उपेक्षा कर सकते हैं l किन्तु जब परमेश्वर की भलाई एवं बुद्धिमत्ता को प्रतिबिम्बित करनेवाले जीवन को संजोने की बात आती है, हम बाइबिल में दिए गए निर्देशों की अवहेलना नहीं कर सकते l
बेबीलोन के दासत्व से अपने देश लौटने वाले इस्राएली इसका अच्छा उदहारण हैं l उन्होंने अपने देश में आराधना पुनःस्थापित करते समय, “मूसा की व्यवस्था” (एज्रा 3:2) के अनुसार किया l उन्होंने लैव्यव्यवस्था 23:33-43 में परमेश्वर द्वारा दिए गए निर्देशानुसार उचित वेदी बनाने और झोपड़ियों का पर्व मनाने में उसके निर्देशों का पालन किया l
मसीह ने भी अपने अनुगामियों को कुछ निर्देश दिए l उसने कहा, “तू परमेश्वर अपने प्रभु से अपने सारे मन और अपने सारे प्राण और अपने सारी बुद्धि के साथ प्रेम रख l” और “अपने पड़ोसी से अपने सामान प्रेम रख”(मत्ती 22:37,39) l जब हम विश्वास करके उसके पास आते हैं, वह हमें जीने का मार्ग बताता है l हमारा रचयिता जीवन के कार्य करने का तरीका हमसे बेहतर जानता है l