मुद्दत पहले, दर्पण या चमकीले सतहों के अविष्कार से पूर्व, लोग कभी कभार ही अपने को देखते थे l तलैया, नदी, और दरिया आदि में ही वे अपना प्रतिबिम्ब देखते थे l किन्तु दर्पण ने उसे बदल दिया l और कैमरे के अविष्कार ने हमारे रूप के आकर्षण को एक पूर्ण नए स्तर तक ले गया l अब किसी भी समय ली गई हमारी तस्वीर हमारे जीवन भर रह सकती है l यह स्क्रैपबुक और पारिवारिक इतिहास हेतु अच्छा है, किन्तु हमारे अध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक l कैमरे में अपने को देखना हमें बाह्य रूप की ओर केन्द्रित रखकर हमारे आन्तरिक जीवन के जांच की रुचि कम कर देता है l

स्वस्थ अध्यात्मिक जीवन के लिए आत्म-निरीक्षण अतंत महत्वपूर्ण है l परमेश्वर चाहता है हम अपने को देखें ताकि पापमाय चुनाव के परिणामों से बच सकें l यह इतना महत्वपूर्ण है कि परमेश्वर का वचन हमें आत्म-निरिक्षण के बिना प्रभुभोज में शामिल होने के लिए मना करता है(1 कुरिं. 11:28) l आत्म-निरिक्षण परमेश्वर के साथ मेल के लिए ही नहीं है किन्तु निश्चित करने के लिये हम एक हैं l प्रभुभोज मसीह की देह की ताकीद है, और दुसरे विश्वासियों के साथ मेल रखे बिना हम नहीं मना सकते हैं l

पापों को जानकार और क्षमा मांगने से दूसरों के साथ एकता और परमेश्वर के साथ स्वास्थ्य सम्बन्ध बढ़ता है l