अपनी किताब ऑन द विंग में एलन टेनेंट शिकारा/बाज पक्षी के प्रवास अंकित करता है l सुन्दरता, तेजी, और ताकत के लिए पहचाने जानेवाले, ये आश्चर्जनक शिकारी पक्षी सम्राटों और कुलीन लोगों के पसंदीदा शिकारी सहयोगी थे l दुर्भाग्यवश, 1950 के दशक में डी.डी.टी. कीटनाशक के व्यापक उपयोग का उनके प्रजननीय चक्र के संग हस्तक्षेप ने उनको विलुप्तप्रायः प्रजाति की सूची में डाल दिया l
इस प्रजाति के पुनःप्राप्ति में रूचि रखनेवाले, टेनेंट ने कुछ बाजों के शरीर में उनका प्रवास तरीका जानने हेतु ट्रांसमीटर लगा दिए l किन्तु हवाई जहाज़ से उनका पीछा करने पर, बार-बार ट्रांसमीटर से संपर्क टूटा l आधुनिक तकनीक के बावजूद वे उन पक्षियों का पता लगाने में जिनकी सहायता वे करना चाहते थे हमेशा सफल न रहे l
यह जानना सुखद है कि हमारी चिंता करने वाला परमेश्वर हमेशा हमारे संपर्क में रहता है l वस्तुतः, यीशु ने कहा कि एक भी गौरैया “तुम्हारे पिता की इच्छा के बिना …. भूमि पर नहीं [गिरती] …. इसलिए डरो नहीं; तुम बहुत गौरैयों से बढ़कर हो” (मत्ती 10:29 – 31) l
कठिन परिस्थितियों से गुज़रते समय, भय हमें डरा सकता है कि क्या परमेश्वर हमारी स्थिति से अवगत् है l यीशु की शिक्षा हमें आश्वासत् करती है कि परमेश्वर गंभीरता से चिंता करता है और नियंत्रण में है l हमारे जीवन के साथ उसका संपर्क कभी नहीं टूटेगा l