मेरी सास की मृत्यु बाद, हम दोनों पति-पत्नी को उनके घर के वस्त्र आलमारी में अमरीकी मूल निवासी प्रमुख सिक्कों का भंडार मिला l वह उनको इकठ्ठा नहीं करती थी, किन्तु ऐसे काल में रहती थी जब वे उपयोगी थे और उन्होंने कुछ इकट्ठे किये थे l

इनमें से कुछ सिक्के अच्छे हैं; दुसरे नहीं हैं l ये इतने घिसे हैं और धुंधले पड़ गए हैं कि आप छाप देख नहीं सकते हैं l दूसरी तरह केवल “एक पैसा” लिखा दिखाई देता है l यद्यपि इस समय इनका मूल्य नग्न है और अनेक लोग इसे व्यर्थ समझते हैं, यह अपने ज़माने में एक अखबार खरीद सकता था l इकठ्ठा करनेवाले अभी भी इन सिक्कों को मूल्यवान समझते हैं, बिगड़े हुओं को भी l

शायद आप भी स्वयं को पुराना, घिसा हुआ, अनुपयोगी समझते होंगे l फिर भी, परमेश्वर आपको मूल्यवान समझता है l सृष्टिकरता आपको चाहता है-आपका मस्तिष्क, शारीर, कपड़े, उपलब्धियां नहीं, किन्तु इसलिए कि आप आप हैं! वह आपको प्राप्त करने के लिए कोई भी हद पार कर सकता है और कोई भी कीमत देने को तैयार है (1 कुरिं. 6:20) l

वास्तव में वह मरा l वह स्वर्ग से पृथ्वी पर आकर अपने लहू से हमें खरीद लिया (रोमी.5:6,8-9) l वह आपसे अत्याधिक प्रेम करता है l आप उसके सामने बहुमूल्य हैं, और वह आपसे प्रेम करता है l