मिशिगन, ग्रैंड रैपिड्स, की एक स्त्री अपने पति के बिस्तर पर सो जाने के बाद सोफे पर ही सो गई l खिसकाने वाले दरवाजे से कोई घर में घुस आया, जिसे पति-पत्नी बंद करना भूल गए थे l वह उनके शयन-कक्ष में घुसकर टेलीविजन चुराने लगा l पति ने उसे पत्नी समझकर फुसफुसाया, “प्रिय, सोने आओ l” चोर घबराकर टीवी छोड़ दिया और आलमारी से एक ढेर रुपए चुराकर भाग गया l

चोर को एक आश्चर्य मिलने वाला था! रुपए मसीही पर्चे थे जिसके एक तरफ 20 डॉलर का रूप छपा था और दूसरी तरफ परमेश्वर के प्रेम और क्षमा का वर्णन था l चोर को रुपए की आशा के विपरीत, परमेश्वर के प्रेम की कहानी मिली l

मैं सोचता हूँ शाऊल को क्या मिला होगा जब उसने दमिश्क के मार्ग पर यीशु को पहचाना, जब वह यीशु के अनुयायियों को सता रहा था और उनकी हत्या भी कर रहा था? (प्रेरितों 9:1-9) l शाऊल, जो बाद में पौलुस कहलाया, खुद के प्रति परमेश्वर के अनुग्रह से चकित हुआ होगा, जिसे वह “एक दान” कहता है : मैं परमेश्वर के अनुग्रह के उस दान के अनुसार, जो उसकी सामर्थ्य के प्रभाव के अनुसार मुझे दिया गया, उस सुसमाचार का सेवक बना” (इफि.3:7) l

क्या आप अपने जीवन में परमेश्वर के अनुग्रह के दान से चकित हुए हैं जब वह अपना प्रेम और क्षमा दिखाता है?