दृढ़ता और साहस-एलीशा में अत्यधिक थी l एलिय्याह के साथ रहने के बाद, उसने प्रभु को इस नबी द्वारा आश्चर्यकर्म करते और उसे झूठ के युग में सच बोलते देखा l 2 राजा 2:1 अनुसार एलिय्याह अब “स्वर्ग में उठा” लिए जाने पर है, और एलीशा उसे छोड़ना नहीं चाहता l

भयानक अलगाव के समय, एलीशा जानता था कि नियमित सफल सेवा हेतु एलिय्याह की सामर्थ्य ज़रूरी थी l इसलिए उसने निर्भीक मांग रखी : ” तुझ में जो आत्मा है, उसका दूना भाग मुझे मिल जाए” (2 राजा 2:9) l व्यवस्थानुसार यह पहलौठे या वारिस को प्राप्त होनेवाले दूने भाग का सन्दर्भ था (व्यव. 21:17) l एलीशा एलियाह का वारिस बनना चाहता था l और परमेश्वर ने अनुमोदित किया l

हाल ही में मेरी सलाहकार- यीशु के सुसमाचार प्रचारिका-की मृत्यु हुई l वर्षों तक अस्वस्थता पश्चात्, वह प्रभु के साथ अनंत भोज के आनंद हेतु तैयार थी l हम, उनसे प्रेम करनेवाले उनके, दुःख से छुटकर परमेश्वर की उपस्थिति प्राप्त करने के लिए धन्यवादित थे, किन्तु उनके प्रेम और नमूना के लिए दुखित l अपनी मृत्यु के बावजूद, उसने हमें अकेला नहीं छोड़ा l हमारे पास भी परमेश्वर की उपस्थिति थी l

एलीशा ने एलिय्याह का दूना भाग प्राप्त किया-एक महान अवसर और आशीष l यीशु के जीवन, मृत्यु, और पुनरुथान बाद जीवन जीने वाले, हमारे पास भी प्रतिज्ञात पवित्र आत्मा है l त्रिएक परमेश्वर हमारे साथ रहता है l