हमारे घर में शब्द “कुछ फिटिंग की ज़रूरत है” अत्यधिक निराशा किया है (मुझे) और अत्यधिक परिहास (मेरा परिवार के लिए) l हम दोनों पति-पत्नी के विवाह पश्चात्, मैं विनाशकारी परिणाम के साथ घर में साधारण मरम्मत करने लगा l स्नानगृह का नल ठीक हो गया-किन्तु पानी दीवारों के भीतर बहने लगा l मेरी विफलताएं बच्चों के जन्म के बाद भी जारी रही, जब मैंने अपनी पत्नी, शेरिल से कहा मुझे “साधारण” खिलौनों को जोड़ने के लिए निर्देश की ज़रूरत नहीं थी l गलत!

धीरे-धीरे, सबक सीख कर मैंने निर्देशों पर ध्यान दिया और वस्तुएं सही रहीं l दुर्भाग्यवश, वस्तुओं के ठीक रहने पर मैं निर्देशों को नज़रंदाज़ करने लगा, जाहिर तौर पर हानिकारक परिणाम के साथ l

प्राचीन इस्राएली समान व्यवहार से संघर्ष करते थे : वे परमेश्वर को भूलकर, उसकी आज्ञाओं को नज़रंदाज़ करके बाल देवताओं और अन्य क्षेत्रीय देवताओं का अनुसरण करने लगते है (न्या. 2:12) l इसका परिणाम ध्वंशक होता था, जब तक कि परमेश्वर अपनी करुणा में, न्यायी ठहराकर उनको बचाकर अपने करीब नहीं लाता था (2:18) l

परमेश्वर के साथ उसके प्रेम में बने रहने के लिए परमेश्वर की आज्ञाओं के पीछे कारण हैं l उसकी दैनिक उपस्थिति को जानकार हम अपनी इच्छानुसार अपने जीवनों को “निर्मित” करने की परीक्षा पर जय पा सकते हैं l उसने हमें अपने वचन और अपनी उपस्थिति में बड़ी योग्यताएं दी है l