अलार्म घड़ी बोली l बहुत सुबह महसूस हो रहा है l किन्तु आगे एक लम्बा दिन है l आपके पास करने के लिए काम है, लोगों से नियुक्त मुलाकात, लोगों की देखभाल,या इन सब के साथ और भी l अच्छा, आप अकेले नहीं हैं l प्रतिदिन, हममें से अनेक एक न एक बात के लिए भागते रहते हैं l जैसे कि किसी ने मजाक में कहा है, “इसीलिए हमें मानव दौड़ कहा गया है l”

जब प्रेरित अपने प्रथम दौरे से लौटे, उनके पास बताने को बहुत था l किन्तु मरकुस ने शिष्यों के काम के ब्योरे का मूल्यांकन नहीं लिखा; बल्कि, वह यीशु की चिंता पर केन्द्रित हुआ कि वे थोड़ा विश्राम करें l यीशु ने कहा, “तुम आप अलग किसी एकांत स्थान में चलकर थोड़ा विश्राम करो” (6:31) l

अंततः, हम परमेश्वर की उपस्थिति और उस पर भरोसा को पहचानकर वास्तविक विश्राम पाते हैं l जबकि अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेते हुए, हम जानेंगे कि हम अपने कार्य और अपनी जीविका, हमारे परिवार और सेवा पर अपनी पकड़ कम करके, उनको विश्वास से परमेश्वर को सौंप सकते हैं l हम समय निकालकर अपने विकर्षण को अलग करके, अनवरत तनाव को हटाकर, कृतज्ञता से परमेश्वर के प्रेम के अचरज और विश्वासयोग्यता पर चिंतन कर सकते हैं l

इसलिए आराम से ठहरकर सांस लें l थोड़ा वास्तविक आराम करें l